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अंबिकापुर, 14 जून (हि.स.)। जिले के अंबिकापुर के ग्राम चोरखा कछार में आज शनिवार को वन भूमि पर अतिक्रमण कर अवैध निर्माण पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। इस दौरान पांच सौ से अधिक पुलिस के साथ वन अमल और राजस्व की टीम मौके पर मौजूद रही।
वन विभाग के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम चोरखा कछार में वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर बनाए गए 39 घरों को कब्जा हटाने के लिए पूर्व में वन विभाग ने नोटिस जारी किया था। इसमें ज्यादातर झारखंड के लोग शामिल थे। चोरका कछार के बेशकीमती वन भूमि को भू माफियाओं ने स्टांप पर एग्रीमेंट कर बेच दिया था और लोग वहां अवैध कब्जा करते गए। वन विभाग के द्वारा किए गए सीमांकन में 39 काबिज मिले जिन्हें बेदखली का आदेश दो माह पूर्व ही दिया गया था।
आज शनिवार को तड़के सुबह पांच सौ से अधिक पुलिस बल ग्राम चोरका कछार में तैनात कर दिया गया। अंबिकापुर एसडीएम फागेश सिन्हा, रेंजर निखिल पैकरा के नेतृत्व में प्रशासनिक और वन विभाग की टीम बुलडोजर की कार्रवाई शुरू की। जिसमें 39 मकानों को ध्वस्त किया गया।
इस मामले में अंबिकापुर एसडीएम फागेश सिन्हा ने बताया कि, रनपुर में फॉरेस्ट की जमीन पर कब्जा था। यह कार्रवाई वन विभाग के द्वारा की गई है। पुलिस और प्रशासन की टीम सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात थे।
अंबिकापुर रेंजर निखिल पैकरा ने इस मामले में बताया कि, वन भूमि आरएफ 2581 में स्टांप पेपर में जमीन की खरीद-बिक्री की शिकायत पर जांच की गई तो यहां अवैध अतिक्रमण पाया गया। कुल 42 लोगों को नोटिस दिया गया था। इनमें तीन लोगों ने वन अधिकार पत्र दिखाया, लेकिन 39 परिवारों ने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया। सभी की बेदखली की कार्रवाई की जा रही है। आज कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय