विक्सित कृषि संकल्प अभियान ने सांबा ज़िले में अंतिम चरण में प्रवेश किया
विक्सित कृषि संकल्प अभियान ने सांबा ज़िले में अंतिम चरण में प्रवेश किया


जम्मू, 13 जून (हि.स.)। पंद्रह दिवसीय विक्सित कृषि संकल्प अभियान ने सांबा ज़िले में अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर लिया है। कृषि विज्ञान केंद्र सांबा द्वारा पुरमंडल, बाड़ी ब्राह्मणा और विजयपुर ब्लॉकों में तेरहवें दिन की श्रृंखला में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यह अभियान स्कॉस्ट-जम्मू के कुलपति प्रो. बी.एन. त्रिपाठी के नेतृत्व और डॉ. अमरीश वैद, निदेशक विस्तार, के मार्गदर्शन में संचालित किया जा रहा है।

इस अभियान में किसानों, महिलाओं और ग्रामीण युवाओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली है। एम्स विजयपुर की टीम भी अभियान में शामिल हुई है, जिससे स्वास्थ्य और कृषि के समन्वय को भी बल मिला है। इस दौरान डॉ. नीरजा शर्मा, डॉ. सौरव गुप्ता, डॉ. शालिनी और डॉ. अमित महाजन जैसे कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सरकारी योजनाओं, जलवायु-लचीली खेती, और सतत कृषि विकास के उपायों की जानकारी दी।

केवीके सांबा के प्रमुख वैज्ञानिक और प्रमुख, प्रो. संजय खजूरिया, जो इस अभियान के नोडल अधिकारी भी हैं, ने अभियान की ज़मीनी निगरानी करते हुए कहा कि हमारा संकल्प है कि जिला सांबा का कोई भी किसान इस जागरूकता से वंचित न रहे। डॉ. राकेश खजूरिया, संयुक्त नोडल अधिकारी और मुख्य कृषि अधिकारी, सांबा, ने बताया कि यह अभियान किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ते हुए स्थानीय कृषि समस्याओं का समाधान देने पर केंद्रित है।

तेरहवें दिन, केवीके सांबा, स्कॉस्ट जम्मू, कृषि विभाग, पशुपालन, मत्स्य पालन और अन्य संबद्ध विभागों की संयुक्त टीमों ने जिले के सुदूर गांवों में जाकर किसानों से सीधा संवाद किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला किसान, स्वयं सहायता समूह, ग्रामीण युवा और किसान उत्पादक संगठन जुड़े। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य कम लागत वाली, जलवायु अनुकूल, टिकाऊ और आधुनिक कृषि विधियों को बढ़ावा देना रहा। भारी संख्या में किसानों, कृषि अधिकारियों और स्थानीय प्रतिनिधियों की मौजूदगी ने इस जागरूकता कार्यक्रम को जीवंत और प्रभावशाली बना दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा