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कोलकाता, 13 जून (हि. स.)। पश्चिम बंगाल विधानसभा के वरिष्ठ विधायकों को भी याद नहीं आ रहा है कि आखिरी बार उन्होंने इतनी कड़ी सुरक्षा कब देखी थी। शुक्रवार सुबह से ही विधानसभा के हर गेट पर कड़ी सुरक्षा जांच शुरू हो गई है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी की गाड़ियों को गेट पर रोककर तलाशी ली जा रही है। गाड़ी के बोनट से लेकर डिक्की, डिक्की के अंदर रखे बैग तक, हर चीज की तलाशी ली जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विधायकों, मंत्रियों और अन्य सभी लोगों की गाड़ियों की तलाशी ठीक उसी तरह ली जा रही है जैसे धमकी भरा फोन आने पर तलाशी अभियान चलाया जाता है। विधायक सौमिक हुसैन के शब्दों में, मैंने पहले कभी विधानसभा के गेट पर इस तरह का तलाशी अभियान नहीं देखा।
इस तलाशी का कारण स्पष्ट नहीं है। सूत्रों के अनुसार, यह तलाशी अभियान स्पीकर बिमान बनर्जी के आदेश पर चलाया जा रहा है। कई लोगों का मानना है कि चूंकि नौकरी गंवा चुके शिक्षक विरोध कर रहे हैं। वे कल से पांच सूत्री मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर हैं। यही वजह है कि विधानसभा में इतनी कड़ी सुरक्षा हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, बेरोजगार शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार दोपहर स्पीकर से मिलना चाहता था। खबर है कि स्पीकर ने समय भी दे दिया है। इसलिए कई लोगों का मानना है कि यह सुरक्षा कड़ी है।
कुछ भाजपा विधायक विधानसभा के अंदर कड़ी सुरक्षा पर टिप्पणी करते हुए कह रहे हैं, शायद यह एक उपाय है ताकि हम तुलसी के पेड़ों के साथ विधानसभा में प्रवेश न कर सकें।
हालांकि, खबर लिखे जाने तक इस कड़ी सुरक्षा जांच का सटीक कारण स्पष्ट नहीं था।
हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय