बीस दिनों से चल रहे उत्तर-पूर्व क्षेत्र कार्यकर्ता विकास वर्ग प्रथम का समापन
सीतामढ़ी में चल रहे प्रथम वर्ष वर्ग के समापान मौके पर आरएसएस के वरीय अधिकारी गण


पटना/सीतामढ़ी, 13 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सीतामढ़ी में पिछले 20 दिनों से चल रहे उत्तर पूर्व (बिहार-झारखंड) क्षेत्र के कार्यकर्ता विकास वर्ग प्रथम का विधिवत समापन शुक्रवार को हो गया।

शिक्षार्थियों द्वारा वर्ग में सीखे गए शारीरिक एवं घोष का प्रदर्शन हुआ, जिसमें दंड युद्ध, नियुद्ध दंड, पद विन्यास एवं घोष सम्मिलित रहे।

यह समापन शस्त्र और शास्त्र के संतुलन को दिखाने-सिखाने वाला रहा। विभिन्न प्रकार के योगासन, जिससे मन, बुद्धि, शरीर और आत्मा को स्वस्थ, शांत एवं एकाग्र रखने के कौशल का प्रदर्शन भी हुआ।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पटना उच्च न्यायालय के महाधिवक्ता डॉ. कृष्णानंद सिंह, विशिष्ट अतिथि के रूप में पुनौरा धाम के महंत कौशल किशोर दास जी तथा मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक बिहार-झारखंड रामनवमी प्रसाद और वर्ग के सर्वाधिकारी सकलदेव चौरसिया की उपस्थिति रही।

इस मौके पर महंत कौशल किशोर दास जी ने सभी शिक्षार्थियों को शुभकामना देते हुए कहा कि संघ का प्रशिक्षण सभी युवाओं को लेना चाहिए । इससे हमें राष्ट्रीय भावना और उसकी रक्षा के लिए कार्य करने का बल मिलता है।

मुख्य अतिथि डॉ. कृष्णनंदन सिंह ने कहा कि समाज में संघ के बारे में विरोधियों ने कई भ्रांतियां फैला रखी हैं, उन्होंने संघ के कार्यक्रम में सम्मिलित होने को अपना सौभाग्य बताया। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक प्रतिज्ञा लेते हैं, उस प्रतिज्ञा मे ही निस्वार्थ सेवा-भाव, राष्ट्रीय तत्व को आत्मसात करने और हिंदू धर्म की रक्षा करने कि तत्परता देता है।

उन्होंने कहा कि हिंदू शब्द की व्याख्या, जो सर्वोच्च न्यायलय ने दे रखी है, उसके अनुसार हिंदू एक जीवन पद्धति है, यह पद्धति हमें किसी से घृणा नहीं सिखाती। हिंदू कहीं भी पूरे विश्व में खतरा नहीं है, उसका कारण उसकी जीवन पद्धति एवं हिंदू संस्कार है, जो सबका आदर करना सिखाते हैं।

उन्होंने कहा कि संघ के संस्थापक ने जो संकल्प हिंदुओं को इकट्ठा करने लिया, वह महान विचार आज देश-दुनिया को निरंतर आगे बढ़ा रहा है।

उन्होंने कहा कि डॉक्यूमेंट-2047 के लीक होने से जिहादी और ईसाइयों के राजनीतिक मंसूबे का पता चला, जो कि भारत के लिए खतरनाक है। एक ओर हिंदू जहां अपने जीवन शैली जी रहा है, वहीं दूसरी ऐसे लोग भारत को हिंदू मुक्त करने की नीति पर काम कर रहे हैं।

संघ के क्षेत्र प्रचारक सह मुख्य वक्ता रामनवमी प्रसाद ने गुरुवार को अहमदाबाद में हुए विमान हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि हादसे एकाएक होते हैं, लेकिन जो भाव सेवा का होता है, वह ऐसे कई संकटों मे भी राह दिखाता है। भारत तपस्वियों की धरती रही है, संघ का प्रत्येक स्वयंसेवक सेवा-भाव में तपस्वी सरीखा खड़ा रहता है और भारत माता की सेवा में लगे रहना इसकी पुष्टि करता है।

उन्होंने हिंदू शब्द पर चर्चा करते हुए उसका अर्थ 'मानव' बताया। उन्होंने कहा कि हिंदू अपने जीवन पद्धति से सिद्ध करता है कि वह मानववादी है, प्रत्येक स्वयंसेवक नेशन फर्स्ट देखता है और नेशन ही उसका अंतिम विचार भी होता है। शिक्षार्थियों को उन्होंने भविष्य के संकटों से आगाह किया तथा साथ ही उन्होंने सतर्क रहने का मंत्र भी दिया।

कार्यक्रम में जिले के कई गणमान्य, राजनितिक, सामाजिक, व्यापारिक, धार्मिक एवं जनसमान्य की उपस्थिति रही।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी