विधानसभा पहुंचे ‘योग्य’ बर्खास्त शिक्षक, स्पीकर को सौंपा पांच सूत्री मांगपत्र
विधानसभा पहुंचे ‘योग्य’ बर्खास्त शिक्षक, स्पीकर को सौंपा पांच सूत्री मांगपत्र


कोलकाता, 13 जून (हि.स.) । राज्य में शिक्षक नियुक्ति घोटाले के कारण नौकरी गंवा चुके ‘योग्य’ उम्मीदवारों का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को विधानसभा पहुंचा और स्पीकर बिमान बंद्योपाध्याय से मुलाकात कर अपनी मांगें उनके समक्ष रखी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे दोबारा परीक्षा नहीं देंगे और बिना शर्त नियुक्ति की मांग की।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा वर्ष 2016 की एसएससी पैनल को रद्द करने के बाद राज्य सरकार ने 30 मई को नयी नियुक्ति प्रक्रिया की अधिसूचना जारी की थी। 16 जून से फॉर्म वितरण की प्रक्रिया शुरू हो रही है और तीन महीनों में नियुक्ति पूरी करने का लक्ष्य है। लेकिन पुराने ‘योग्य’ उम्मीदवार इस प्रक्रिया में हिस्सा लेने को तैयार नहीं हैं।

‘योग्य’ शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने एक बार परीक्षा पास की है, तो फिर से परीक्षा क्यों दें? वे चाहते हैं कि सरकार उनके ओएमआर शीट्स की मिरर इमेज सार्वजनिक करे, योग्य-अयोग्य की स्पष्ट सूची जारी करे और बिना किसी नई परीक्षा के उन्हें बहाल करे।

‘योग्य’ नौकरी से वंचितों के अधिकार मंच की ओर से पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा में स्पीकर से मुलाकात की और उन्हें एक पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा। इनमें शामिल हैं:

1. ओएमआर शीट्स की मिरर इमेज जारी की जाए,

2. योग्य और अयोग्य की स्पष्ट सूची प्रकाशित हो,

3. मुख्यमंत्री से सीधी बातचीत की व्यवस्था हो,

4. बिना पुनः परीक्षा के योग्य उम्मीदवारों की बहाली हो,

5. नियुक्ति प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो।

स्पीकर बिमान बंद्योपाध्याय ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना और जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए सभी बर्खास्त शिक्षकों के साथ खड़ी है।

सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में 2016 की एसएससी परीक्षा में ‘संस्थागत भ्रष्टाचार’ की बात मानते हुए लगभग 26 हजार शिक्षकों और गैर-शिक्षकीय कर्मचारियों की नियुक्ति को रद्द कर दिया था। कोर्ट के निर्देश के बाद अब राज्य सरकार ने नये सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है, जिससे पूर्ववर्ती उम्मीदवारों में असंतोष है।

‘योग्य’ उम्मीदवारों की मांग है कि उनकी पुरानी परीक्षा की वैधता को बहाल किया जाए और उन्हें न्याय मिले। अब देखना यह है कि स्पीकर द्वारा दिया गया आश्वासन आगे क्या रास्ता दिखाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर