जलपाईगुड़ी रोड और सियालदह के बीच नई रेल सेवाएं
पूर्वोत्तर सीमा रेलवे द्वारा जारी तस्वीर।


- उत्तर और दक्षिण बंगाल को जोड़ने से यात्रियों के लिए कनेक्टिविटी, आराम और सुविधा बढ़ेगी

गुवाहाटी, 13 जून (हि.स.)। रेल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और यात्रियों की यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से रेलवे ने जलपाईगुड़ी रोड और सियालदह के बीच एक नई ट्रेन सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि यह नई ट्रेन सेवा कोलकाता के दक्षिणी हब सियालदह और महत्वपूर्ण उत्तरी शहर जलपाईगुड़ी रोड के बीच एक सीधा और कुशल परिवहन सुविधा प्रदान करेगी, जिससे उत्तर और दक्षिण बंगाल के बीच संपर्क में काफी वृद्धि होगी। यह नशीपुर रेल पुल होकर चलने वाली पहली एक्सप्रेस ट्रेन है, जिससे उत्तर और दक्षिण बंगाल के बीच यात्रा का समय काफी हद तक कम होगा। साथ ही, यह जलपाईगुड़ी रोड और सियालदह के बीच की पहली छोर-से-छोर सीधी ट्रेन सेवा है, जो इस क्षेत्र के लोगों की एक बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करती है।

जलपाईगुड़ी रोड और सियालदह के बीच इस नई ट्रेन सेवा का उद्घाटनी परिचालन 14 जून को निर्धारित है। उद्घाटन विशेष ट्रेन संख्या 03116 (जलपाईगुड़ी रोड - सियालदह) जलपाईगुड़ी रोड से दोपहर 14:00 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन सुबह 04:00 बजे सियालदह पहुंचेगी।

इस नई ट्रेन की नियमित सेवाएं 20 जून से आरंभ होंगी। ट्रेन संख्या 13115 (सियालदह – जलपाईगुड़ी रोड) हमसफ़र एक्सप्रेस 20 जून से प्रत्येक शुक्रवार को चलेगी। यह ट्रेन सियालदह से 23:40 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन जलपाईगुड़ी रोड 12:00 बजे पहुंचेगी। वापसी दिशा में, ट्रेन संख्या 13116 (जलपाईगुड़ी रोड – सियालदह) हमसफ़र एक्सप्रेस 21 जून से प्रत्येक शनिवार को चलेगी। यह ट्रेन जलपाईगुड़ी रोड से 20:30 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन सियालदह 08:10 बजे पहुंचेगी।

यह नई ट्रेन सेवा विशेष रूप से पर्यटकों, विद्यार्थियों और व्यापारियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी, क्योंकि यह उन्हें तेज और अधिक भरोसेमंद यात्रा का विकल्प प्रदान करेगी। इसके अतिरिक्त, यह ट्रेन सेवा उत्तर बंगाल में आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने में भी सहायक होगी, जिससे लोगों और वस्तुओं की आवाजाही सरल होगी तथा व्यापार, वाणिज्य एवं क्षेत्रीय विकास को बल मिलेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश