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रायपुर, 13 जून (हि.स.)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के चर्चित आबकारी घोटाला मामले में पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा की संपत्ति को अटैच कर दिया है। अटैच की गई संपत्ति में सुकमा स्थित कांग्रेस जिला कार्यालय की इमारत भी है। यह पहली बार है जब किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यालय को अटैच किया गया है। ईडी ने यह कार्रवाई 11 जून को की थी, लेकिन इसकी आधिकारिक जानकारी शुक्रवार काे दी गई।
ईडी के अनुसार जांच में सामने आया है कि हरीश लखमा ने आबकारी घोटाले से अर्जित कालेधन का निवेश अचल संपत्तियों में किया था। अटैच की गई संपत्तियों में सुकमा स्थित बहुमूल्य भूमि, भवन और बैंक खातों में जमा राशि भी शामिल है। इस कार्रवाई में सुकमा स्थित जिस कांग्रेस कार्यालय को अटैच किया गया है, वह संपत्ति हरीश लखमा के नाम पर दर्ज है। यह भवन लंबे समय से कांग्रेस का जिला कार्यालय रहा है। जांच में पाया गया कि भवन की खरीद-फरोख्त में शराब घोटाले की रकम का इस्तेमाल किया गया। ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कार्रवाई करते हुए इसे अपराध से अर्जित संपत्ति मानते हुए जब्त किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता कवासी लखमा पहले से ही आबकारी घोटाले में गिरफ्तार होकर 16 जनवरी से न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी के के अनुसार, हरीश लखमा पर अपने पिता के प्रभाव का उपयोग कर सरकारी शराब ठेकों और टेंडर प्रक्रिया में घोटाले को अंजाम देने का आरोप हैं।
इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि यह केंद्र सरकार की राजनीतिक बदले की कार्रवाई है और विपक्षी दलों को दबाने की कोशिश है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने शुक्रवार काे प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईडी की कार्रवाई को ‘लोकतंत्र पर हमला’ बताया है।-----------------
हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा