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कोलकाता, 13 जून (हि. स.)। कूचबिहार ज़िले के हल्दीबाड़ी क्षेत्र में एक बांग्लादेशी युवक को अवैध रूप से देश में घुसपैठ कर फर्जी पहचान पत्र बनाकर रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित युवक के साथ उसके मामा को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिसने उसे भारत में पहचान देने में मदद की थी। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है।
पुलिस के अनुसार, पकड़े गए युवक का नाम रूपम सेन है और वह बांग्लादेश के ठाकुरगांव ज़िले का निवासी है। लगभग पांच साल पहले वह अवैध रूप से भारत में घुस आया था। शुरुआत में वह कूचबिहार के हल्दीबाड़ी क्षेत्र के देवानगंज ग्राम पंचायत अंतर्गत मदरसा मोड़ इलाके में रहने वाले उमेशचंद्र सेन के घर पर ठहरा। बताया गया है कि उमेशचंद्र सेन उसके मामा हैं, लेकिन रूपम ने उन्हें अपना पिता बताकर फर्जी पहचान बनवाई।
तथ्यों के मुताबिक, मामा की पहचान को आधार बनाकर रूपम ने भारत में आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र तैयार करवा लिया था। इसी फर्जी पहचान के दम पर उसने सिलीगुड़ी क्षेत्र में मिस्त्री का काम करना शुरू कर दिया। वह समय-समय पर हल्दीबाड़ी में अपने मामा के घर भी आता-जाता रहता था।
हाल ही में पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि रूपम सेन इन दिनों हल्दीबाड़ी में अपनी मौसी के घर में रह रहा है। इसके आधार पर पुलिस ने छापा मारा और मौके से उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने रूपम के मामा उमेशचंद्र सेन को भी गिरफ्तार कर लिया, जिन पर अवैध रूप से बांग्लादेशी नागरिक को आश्रय देने और फर्जी दस्तावेज़ बनवाने में मदद करने का आरोप है।
दोनों आरोपितों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रूपम ने फर्जी पहचान पत्र कैसे बनवाए और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल थे। अधिकारियों का मानना है कि यह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, जिसकी जांच अब तेज़ कर दी गई है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर