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अयोध्या, 13 जून (हि.स.)। परिवार में हमें मोबाइल पार्किंग की भी व्यवस्था बनानी होगी। हम तकनीकी गुलाम हो रहे हैं। आपस में संवाद का अभाव, मोबाइल का अधिक प्रयोग, सांस्कृतिक सम्बंधों का अभाव, अहंकार, तनाव आपस में असहयोग परिवार और राष्ट्र की प्रतिष्ठा के स्थान पर अपनी प्रतिष्ठा, धैर्य की कमी और पीढ़ी का अंतराल इन सभी को दूर करना है। उक्त बातें गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कुटुम्ब प्रबोधन गतिविधि के मंगल संवाद कार्यक्रम में अखिल भारतीय संयोजक डॉ. रविंद्र शंकर जोशी ने व्यक्त की। उन्होंने परिवार की छोटी-छोटी बातों का उल्लेख करते हुए इन दुर्गुणों से दूर रहने का आह्वान किया।
डॉ जोशी ने यह भी उल्लेख किया की संस्कारयुक्त बालक हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए हमें परिवार को समय देना होगा और केवल आवश्यक कार्य के लिए ही मोबाइल का सदुपयोग हो, यह भी तय करना पड़ेगा। परिवार के सभी सदस्य एक दूसरे के हित का चिंतन करें। मैं नहीं तू ही का भाव हो और यही भाव समाज और राष्ट्र के लिए भी बने तभी राष्ट्र परम वैभव की ओर जाएगा। समाज की विकृतियां अपने परिवार में न आए तथा अपना समाज ही विकृत हीन हो जाए, ऐसा हमारा प्रयास हो।
उन्होंने कहा कि परिवार में हंसी-ठहाके लगें, खेलकूद के साथ पढ़ाई-लिखाई एवं तनाव मुक्त परिवार बने, यही आधार ही राष्ट्र के परम वैभव का आधार होगा। परिवार में छोटे-छोटे कैसे खेल हो सकते हैं। इस पर भी उद्घाटन सत्र में चिन्मय मिशन की प्रमुख माता शाश्वती चैतन्य ने गीता और रामायण के उदाहरण से राष्ट्र और समाज के उन्नयन के कार्य करने हेतु सभी को प्रेरित किया। उन्होंने सभी को मीठी बोली बोल कर बनो मित्र अनमोल दोहरवाया।
इस अवसर पर क्षेत्र संयोजक कुटुंब प्रबोधन अशोक उपाध्याय, संयुक्त क्षेत्र संयोजक ओमपाल, अवध प्रांत सहसंयोजक डॉ. रमापति मिश्रा, जिला संघचालक डॉ. विक्रमा प्रसाद पांडेय, प्रांतीय टोली सदस्य डॉ दुर्गेश,संयोजक अयोध्या महानगर संयोजक चन्द्र भान शुक्ला, सहसंयोजक अयोध्या महानगर पवन पाण्डेय, विभाग संघ चालक मुकेश तोलानी, महानगर प्रचारक सुदीप, अवनी कुमार शुक्ला, डॉ. उपेंद्र मणि त्रिपाठी, श्वेता सिंह, अनामिका त्रिपाठी, मंजरी श्रीवास्तव आदि कार्यकर्ता एवं बड़ी मात्रा में महिलाएं भी उपस्थित रहीं।-----------
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय