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जालौन, 13 जून (हि.स.)। जनपद जालौन स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की दिशा में लगातार प्रगति कर रहा है। मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे के निर्देशानुसार, जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन. डी. शर्मा के नेतृत्व में मई माह में जनपद के सात आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (NQAS) का सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है। एक अन्य केंद्र का परिणाम अभी लंबित है। अब तक जनपद के कुल 16 आयुष्मान आरोग्य मंदिर NQAS सर्टिफाइड हो चुके हैं। इस उपलब्धि में मुख्य विकास अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी का विशेष सहयोग रहा। भारत सरकार ने दिसंबर 2025 तक 50 प्रतिशत और दिसंबर 2026 तक शत-प्रतिशत चिकित्सा इकाइयों को NQAS सर्टिफाइड करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी क्रम में, जून माह में 10 और इकाइयों के दस्तावेज सक्षम पोर्टल पर अपलोड करने का लक्ष्य तय किया गया है, जिसे जिला परामर्शदाता (क्वालिटी एश्योरेंस) डॉ. अरुण कुमार द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में तैयार किया गया है ग्राम प्रधानों और सचिवों ने अपने-अपने क्षेत्रों में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की खामियों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। NQAS सर्टिफिकेशन के दौरान भवन की स्थिति, बिजली और पेयजल की उपलब्धता, दवाओं और जांच किटों की आपूर्ति, तथा रोगियों को दी जाने वाली सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार सुनिश्चित होता है। अब तक डकोर ब्लॉक के 4, रामपुरा व जालौन के 3-3, कदौरा व महेवा के 2-2 तथा कुठौंद और नदीगांव ब्लॉक के 1-1 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को यह सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है। इस उपलब्धि पर जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संबंधित ब्लॉकों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों की सराहना की है और उन्हें बधाई दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा