डब्ल्यूटीसी फाइनल: पहले दिन गेंदबाजों का रहा बोलबाला, 14 विकेट गिरे
डब्ल्यूटीसी फाइनल: पहले दिन गेंदबाजों का रहा बोलबाला, 14 विकेट गिरे


-ऑस्ट्रेलिया 212 पर ढेर, दक्षिण अफ्रीका भी संघर्ष में

लंदन, 12 जून (हि.स.)। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के पहले दिन का खेल गेंदबाजों के नाम रहा। लंदन के ओवल मैदान पर खेले जा रहे इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में कुल 14 विकेट गिरे, जिससे मुकाबले का रोमांच और भी बढ़ गया है। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम 212 रन पर सिमट गई, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने स्टंप्स तक 4 विकेट पर 43 रन बनाए हैं। अफ्रीकी टीम अब भी 169 रन पीछे है।

ऑस्ट्रेलिया की लड़खड़ाती शुरुआत, स्मिथ-वेबस्टर ने संभाली पारी

टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका ने गेंदबाजी का फैसला किया और कगिसो रबाडा व मार्को यानसेन की अगुवाई में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को झकझोर कर रख दिया। ट्रेविस हेड, मार्नस लाबुशेन और एलेक्स कैरी जैसे प्रमुख बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके। उस्मान ख्वाजा तो खाता भी नहीं खोल सके। हालांकि स्टीव स्मिथ (66 रन) और ब्यू वेबस्टर (72 रन) ने संघर्ष करते हुए टीम को किसी तरह 200 के पार पहुंचाया। विकेट कीपर एलेक्स कैरी ने भी 23 रन का योगदा दिया। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 212 रन के योग पर समाप्त हुई।

ऑस्ट्रेलिया ने अपने अंतिम 5 विकेट मात्र 20 रन के भीतर गंवा दिए। दक्षिण अफ्रीका के लिए रबाडा ने 5 विकेट, जबकि जानसेन ने 3 विकेट हासिल किया। केशव महाराज और एडन मारक्रम को एक-एक सफलता मिली।

दक्षिण अफ्रीका की भी बैटिंग में हालत खराब

हालांकि शानदार गेंदबाजी के बाद जब दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी शुरू की, तो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने उनकी जमकर परीक्षा ली। एडन मार्करम पहले ही ओवर में बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। इसके बाद रायन रिकल्टन (16), वियान मुल्डर (6) और ट्रिस्टन स्टब्स (2) भी जल्दी आउट हो गए। स्टंप्स के समय तक कप्तान टे़ंबा बावुमा 3 रन (37 गेंद) और डेविड बेडिंगहम 8 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिचेल स्टार्क ने 2 विकेट, जबकि जोश हेजलवुड और पैट कमिंस ने 1-1 विकेट लिया।

गेंदबाजों के दबदबे वाला पहला दिन

पहले दिन के खेल को देखें तो यह साफ है कि दोनों टीमों के बल्लेबाजों को तेज और स्विंग गेंदों से जूझना पड़ा है। ओवल की पिच गेंदबाजों की मददगार साबित हो रही है और दोनों टीमों को मजबूत स्कोर तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय