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- बच्चों की माताओं से भी किया संवाद, अति कम वजन के बच्चों का निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत उपचार व पोषण करने के दिए निर्देश
ग्वालियर, 11 जून (हि.स.)। पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) की क्षमताओं का पूरा उपयोग करें। साथ ही यहाँ पर अति कम वजन के बच्चों का उपचार व पोषण निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत किया जाए। जिन बच्चों की एनआरसी से छुट्टी हो, उन सभी के सभी फॉलोअप भी अनिवार्यत: किए जाएं। यह निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने बुधवार को ठाठीपुर अस्पताल परिसर में स्थित एनआरसी के निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं यहाँ के नोडल अधिकारी को दिए। निरीक्षण के समय एनआरसी में 18 बच्चे भर्ती मिले।
कलेक्टर ने एनआरसी ठाठीपुर में भर्ती कम वजन के बच्चों के स्वास्थ्य की स्थिति, उपलब्ध सुविधाओं एवं उपचार व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने खासतौर पर बच्चों के वजन, ऊँचाई व स्वास्थ्य सुधार की प्रगति की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने उपचाररत बच्चों की माताओं से सीधा संवाद किया और उनके अनुभव सुने। साथ ही माताओं को एनआरसी में सिखाए गए तरीकों से अपने बच्चों की देखभाल व पोषण करने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने एनआरसी परिसर में बच्चों के लिये खिलौनों की व्यवस्था करने के लिये भी कहा।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने एनआरसी की रसोई का निरीक्षण कर भोजन की गुणवत्ता भी परखी। उन्होंने निर्धारित मीनू के अनुसार बच्चों व उनकी माताओं को आहार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस अवसर पर महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कर्मचारी सजग रहकर अति कम वजन के बच्चों की शीघ्र पहचान करें और उन्हें समय पर एनआरसी में भर्ती कराएं, जिससे बच्चे पूर्ण रूप से स्वस्थ हो सकें।
बुधवार को कलेक्टर रुचिका चौहान द्वारा किए गए ठाठीपुर एनआरसी के निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास उपासना राय सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
बच्चों की माँ को भी मिलता है नि:शुल्क पौष्टिक भोजन व 1620 रुपये
सरकार द्वारा संचालित एनआरसी में अति कम वजन के बच्चों को 14 दिनों तक भर्ती रखकर उनका नि:शुल्क उपचार करने के साथ-साथ उन्हें पोषण युक्त भोजन उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही एनआरसी से छुट्टी के बाद बच्चों के चार फॉलोअप भी किए जाते हैं, जिससे बच्चे सुपोषित हो जाते हैं। एनआरसी में जब तक बच्चा भर्ती रहता है तब तक बच्चे की माता को भी नि:शुल्क पौष्टिक आहार सरकार द्वारा दिया जाता है। साथ ही बच्चे की माँ को 120 रुपये प्रति दिन के मान से 14 दिन के लिये कुल 1620 रुपये भी सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं।
नागरिकों से अपील आसपास अति कम वजन का बच्चा हो तो एनआरसी में भर्ती कराएं
कलेक्टर ने बच्चों के अभिभावकों एवं जिले के नागरिकों से भी अपील की है कि यदि उनके आसपास कोई बच्चा अति कम वजन का दिखाई दे तो उसे शीघ्र ही नजदीकी पोषण-पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराएं। समय पर उपचार उपलब्ध होने पर बच्चा पूर्णत: स्वस्थ हो जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर