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साओ पाउलो, 11 जून (हि.स.)। चिली की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम को एक और बड़ा झटका लगा है। टीम फीफा विश्व कप 2026 के लिए क्वालिफाई करने में नाकाम रही है और लगातार तीसरे वर्ल्ड कप से बाहर हो गई है। मंगलवार को एल एल्टो (बोलीविया) में खेले गए मुकाबले में चिली को बोलीविया के हाथों 0-2 से हार झेलनी पड़ी, जिससे वह दक्षिण अमेरिकी क्वालीफाइंग राउंड-रॉबिन प्रतियोगिता में सबसे आखिरी स्थान पर ही बनी रही।
इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम के मुख्य कोच रिकार्डो गरेका ने इस्तीफे की घोषणा कर दी। अर्जेंटीना के 67 वर्षीय इस कोच ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मैं खिलाड़ियों और अधिकारियों को उनके समर्थन के लिए सार्वजनिक रूप से धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं अब टीम को छोड़ रहा हूं।
चिली की 'गोल्डन जनरेशन' जिसने 2015 और 2016 में दो कोपा अमेरिका खिताब जीते थे, अब इतिहास बन चुकी है। टीम के दिग्गज स्ट्राइकर एलेक्सिस सांचेज़ ने हार के बाद कहा, बहुत दुख हो रहा है, मैंने ऐसा पहले कभी महसूस नहीं किया। हमें लोगों से माफ़ी मांगनी चाहिए। बदलाव की शुरुआत हो चुकी है, गोल्डन जनरेशन अब दफन हो चुकी है — मैं अकेला बचा हूं।
बोलीविया ने मैच की शुरुआत में ही पांचवें मिनट में मिगुएल तेरेसेरोस के गोल से बढ़त बना ली थी। 90वें मिनट में एंज़ो मोंटेरो ने दूसरा गोल कर चिली की उम्मीदों पर पूरी तरह पानी फेर दिया। यह मुकाबला ला पाज़ के बाहरी इलाके स्थित 4,150 मीटर की ऊंचाई पर एल एल्टो स्टेडियम में खेला गया।
दूसरी ओर, उरुग्वे ने वेनेज़ुएला को 2-0 से हराकर क्वालिफाइंग स्टैंडिंग में बड़ी छलांग लगाई है। रोड्रिगो अग्विरे और जॉर्जियन डे अरेस्काएटा के गोलों की बदौलत उरुग्वे ने 16 मैचों में 24 अंकों के साथ शीर्ष छह में जगह मजबूत कर ली है, जो सीधे विश्व कप में एंट्री के लिए जरूरी है।
अब सातवें स्थान की इंटरकॉन्टिनेंटल प्लेऑफ की दौड़ बोलीविया (17 अंक) और वेनेज़ुएला (18 अंक) के बीच रोचक बनती जा रही है। चिली का सपना एक बार फिर अधूरा रह गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे