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नई दिल्ली, 11 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मथुरा से दो बार विधायक रह चुके रविकांत गर्ग ने हिन्दुस्थान समाचार के साथ बातचीत में जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक में अपने लंबे राजनीतिक सफर, व्यापारिक वर्ग की चुनौतियों और समाज सेवा के अनुभवों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन के अनेक अनछुए पहलुओं को साझा किया। गर्ग का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी व्यक्ति केन्द्रित न होकर राष्ट्र केन्द्रित होकर कार्य करती है। भाजपा नेता रविकांत गर्ग से हिन्दुस्थान समाचार के उपसंपादक सत्यवान के साथ हुई बातचीत के संपादित अंश-
प्रश्न:- आपका राजनीतिक करियर 50 वर्षों से अधिक का है। जनसंघ से लेकर भाजपा तक की इस यात्रा में आपने राजनीति में आने का कैसे विचार आया। इस सफर का सबसे अहम मोड़ आपके लिए क्या रहा?
उत्तर:- मैं मूलतः किसी राजनीतिक परिवार से नहीं आया हूं। हम लोग व्यापारिक पृष्ठभूमि से थे और आज भी हैं। एक व्यापारी के रूप में बचपन से शोषण, इंस्पेक्टर राज और उत्पीड़न देखा, उससे मन विचलित हुआ। मैंने व्यक्तिगत रूप से इसका विरोध किया। इसके बाद सामाजिक सेवा करते करते कब राजनीति में आ गया, यह मुझे खुद भी पता नहीं चला। राजनीति में आने और विधायक मंत्री बनने की उनकी कोई योजना नहीं थी, लेकिन जनता और व्यापारी वर्ग की समस्याओं को मैं उठाता रहा, जिन्हें लोगों ने सराहा। उसी संघर्ष के चलते 32 वर्ष की उम्र में विधायक बना और 34 वर्ष की उम्र में मैं उत्तर प्रदेश सरकार में ऊर्जा व संस्थागत वित्त राज्यमंत्री बना। उस दौरान मैंने जो कार्य किए, उन्हें सराहा गया। कल्याण सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ काम करने का सौभाग्य मिला और अटल बिहार वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और राजनाथ सिंह जैसे महान नेताओं के मार्गदर्शन में भी कार्य किया।
भारतीय जनसंघ और भाजपा की जो नीति रही है, वह व्यक्ति केन्द्रित नहीं बल्कि राष्ट्र केन्द्रित रही है। यही अंतर है अन्य दलों से। विशेषकर व्यापारी वर्ग जो समाज सेवा, राष्ट्र निर्माण में सदैव अग्रणी रहा उसे कई बार अन्य दलों ने उपेक्षित किया। इसी वर्ग की आवाज़ बनने के उद्देश्य से मैं भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के माध्यम से भाजपा से जुड़ा।
प्रश्न:- व्यापारी वर्ग के लिए आपने खूब आवाज़ उठाई है। अब आप क्या कहेंगे?
उत्तर:- आज मैं भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के माध्यम से देशभर के आठ से दस करोड़ व्यापारियों, उद्योगपतियों, दुकानदारों, स्टार्टअप्स, महिलाओं और युवाओं का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ का जो सपना देखा है, मेरा मानना है कि उसकी नींव यही वर्ग है। सरकार की योजनाएं अच्छी हैं, लेकिन व्यापारियों को ज़मीनी स्तर पर प्रोत्साहन और संवाद की अधिक आवश्यकता है। हमें मिलकर एक विज़न बनाना होगा, जिससे विकास सुगम हो और देश तेज़ी से आत्मनिर्भर बने।
प्रश्न:- वर्ष 1991 में आप उत्तर प्रदेश सरकार में ऊर्जा एवं संस्थागत वित्त राज्यमंत्री रहे। उस अनुभव को कैसे देखते हैं? क्या ऊर्जा क्षेत्र में अभी भी सुधार की आवश्यकता है।
उत्तर:- वर्ष 1991 में जब उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री के रूप में ऊर्जा विभाग का कार्यभार मिला, तब पहली बार ऐसा हुआ कि पूरे प्रदेश में दिपावली पर बिजली कटौती नहीं हुई। यह हमारी प्रतिबद्धता का परिणाम था। उस दौरान 37 दिन की बिजली कर्मचारियों की हड़ताल भी हुई, लेकिन हमने व्यवस्था को बाधित नहीं होने दिया। आज प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में सौर ऊर्जा और अन्य वैकल्पित ऊर्जा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य हो रहा है, जो आने वाले समय में देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा।
प्रश्न:- दो बार विधायक रहते हुए आपने मथुरा और ब्रज क्षेत्र में कौन से विकास कार्य कराए?
उत्तर: मथुरा और ब्रज क्षेत्र शुरू से ही उपेक्षित था, क्योंकि प्रदेश की राजनीति पूर्वांचल केन्द्रित रही थी। हमने सरकार का ध्यान इस ओर खींचा और गोवर्धन परिक्रमा मार्ग का विकास, पौराणिक सरोवरों और कुंडों का सौंदर्यीकरण जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य कराए। इससे ब्रज क्षेत्र के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिला और क्षेत्र के लोगों को लाभ हुआ।
प्रश्न:- वर्तमान परिप्रेक्ष्य में मथुरा के लिए सबसे बड़ी चुनौती आप क्या मानते हैं।
उत्तर:- मथुरा की चुनौतियां प्रदेश की चुनौतियों से जुड़ी हैं। उत्तर प्रदेश को विकसित और अग्रणी राज्य बनाना ही आज सबसे बड़ा लक्ष्य है। योगी सरकार तीर्थ स्थलों के विकास, रोजगार और अधोसंरचना पर जो कार्य कर रही है, वह इस दिशा में ठोस कदम है। अयोध्या, काशी, चित्रकूट, प्रयागराज सहित मथुरा के लिए भी योजनाएं बनी हैं और उन पर काम हो रहा है।
प्रश्न: युवाओं और व्यापारी वर्ग को आप क्या संदेश देना चाहेंगे?
उत्तर: यही कहूंगा कि अपने लिए एक विज़न बनाइए। जब यह वर्ग ठानेगा तभी वह आत्मनिर्भर भारत की नींव बनेगा, इससे विकास की गति और तेज़ होगी।
हिन्दुस्थान समाचार / सत्यवान