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मुंबई 11 जून ( हि.स.) । कृषि क्षेत्र में डिजिटल सेवाओं का उपयोग करके किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ तेजी से और पारदर्शी तरीके से प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करने के लिए, केंद्र सरकार ने 14 अक्टूबर, 2024 से महाराष्ट्र सहित देश के 24 राज्यों में ‘एग्रीस्टैक’ योजना को लागू करना शुरू कर दिया है। इस योजना का उद्देश्य किसानों की आधार संख्या से जुड़ी जानकारी एकत्र करना और उन्हें एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करना है, साथ ही उन्हें केंद्र और राज्य सरकारों की कृषि योजनाओं का तत्काल लाभ प्रदान करना है।
इसके अलावा, ‘एग्रीस्टैक’ योजना को लागू करने का उद्देश्य मौसमी फसलों, भूवैज्ञानिक जानकारी और अन्य महत्वपूर्ण आंकड़ों को एकत्र करना और उन्हें लगातार अपडेट करना, कृषि ऋण और बीमा सेवाओं का लाभ आसानी से प्राप्त करना, न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रबंधन को सुविधाजनक बनाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से कृषि उत्पादों की खरीद प्रक्रिया को सरल बनाना, कृषि क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन को गति देना, किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ना और अभिनव समाधानों को प्रोत्साहित करना है।
ऐग्रिस्टेक यह एक क्रांतिकारी प्रणाली है जो कृषि से जुड़े सभी हितधारकों, किसानों, उपभोक्ताओं, विक्रेताओं और सरकार को एक साथ लाती है। इसके माध्यम से किसानों की पहचान किसान आईडी से निर्धारित होगी, जिससे सभी कृषि प्रक्रियाओं में सटीकता और पारदर्शिता आएगी।
किसान आईडी किसानों के लिए एक विशिष्ट पहचान संख्या है। इसे एग्रीस्टैक के तहत जनरेट किया जाता है, जिसमें किसान का आधार नंबर और भूमि पंजीकरण की जानकारी शामिल होती है। इसके जरिए किसान की भूमि का पहचान तथा उसे विशेष किसान आईडी मिलेगी।ताकि सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ मिले,जिसमे पीएम किसान योजना भी शामिल है।फसल ऋण हेतू किसान क्रेडिट कार्ड और कृषि अवसंरचना निधि और अन्य कृषि ऋणों मिलने में सुविधा होगी।फसल बीमा या आपदा प्रबंधन के तहत मुआवजे के लिए किसानों का आसानी से सर्वेक्षण ,न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए किसानों का पंजीकरण आसानी से ऑन लाइन होगा।
ठाणे जिला कृषि अधिक्षक रामेश्वर पाचे ने आज आव्हान किया है कि जिन्होंने अभी तक किसान आईडी नहीं बनाई है, तो आज ही अपने आधार कार्ड और आधार नंबर से जुड़े मोबाइल नंबर के साथ-साथ कृषि भूमि के खाता नंबर के साथ निकटतम शहरी उपयोगिता केंद्र से संपर्क करें और अपना किसान पहचान संख्या (किसान आईडी) बनवाएं ।
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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा