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- संभल जिले के वन डिस्ट्रिक्ट 5 रिवर्स प्रोजेक्ट है, जो इस वर्ष पूरा कर लिया जाएगा : डीएम संभल
संभल, 11 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में 87 देवतीर्थ के कायाकल्प की प्रशासनिक कोशिशें जारी हैं। जिला प्रशासन ने जिले की पांच नदियों का पुनरुद्धार कर उन्हें पुनर्जीवन देने के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है। संभल जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने 208 किलोमीटर लंबी और 239 गांवों में बहने वाली इन पांचों नदियों के पुनरुद्धार का जिम्मा उठाया है। इन पांचों नदियों में एक नदी संभल शहर की है।
संभल जनपद से होकर गुजरने वाली इन नदियों के पुनरुद्धार और पुनर्जीवन का कार्य नमामि गंगे योजना के तहत किया जाएगा। इन पांचों नदियों का लगभग 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है. उम्मीद की जा रही है कि शेष काम इसी साल पूरा हो जाएगा। संभल जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि संभल जिले में पांच नदियों को पुनरुद्धार और पुनर्जीवन कार्यक्रम पिछले 8 से 10 महीने से चल रहा है. आज इसकी नींव रखी गई है। इसमें एक सोत नदी है, जिसका पुनरुद्धार हो चुका है। यह 112 किलोमीटर लंबी है. यह 171 ग्राम पंचायत में बहती है। गत वर्ष में इसका पुनरुद्धार किया गया। इसके किनारे 11,000 वृक्ष लगाए गए। आगे सहजन, बांस और अन्य वृक्ष लगाने की योजना है. दूसरी महवा नदी है, जो लगभग 42 किलामीटर लंबी है इसका 12 किलोमीटर पुनरुद्धार किया जा चुका है। इसे अतिक्रमण मुक्त कराया जा चुका है। यह नदी 38 ग्राम पंचायतों में बहती है। तीसरी नदी लगभग 22 किलोमीटर लंबी है। यह 19 ग्राम पंचायत में बहती है. यह एक गांव को छोड़ कर बाकी गांवों में अतिक्रमण मुक्त करा ली गई है। एक वर्धा मार नदी है। यह 14 किलोमीटर लंबी है। यह 11 ग्राम पंचायतों में बहती है. इसका एक गांव में पुनरुद्धार हो चुका है। शेष में कार्य चल रहा है। इसके अलावा पवित्र नदी महिष्मति भी इस प्रोग्राम में शामिल है, जो संभल कस्बे में 18 किलोमीटर बहती है। जैसे 87 देवतीर्थ और 68 जल तीर्थ हैं, वैसे ही महिष्मति तीर्थ भी है।
इसका नमामि गंगे के तहत काम कराया जा रहा है। इस नदी को नहर से भी जोड़ने की योजना है, ताकि इसमें पूरे वर्ष जल बहता रहे। इन पांच नदियों का जीर्णोद्वार किया जा रहा है। इन पांच नदियों का लगभग 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। शेष काम इस वित्तीय वर्ष में ही पूरा करा लिया जाएगा।
जिलाधिकारी डॉ राजेन्द्र पैंसिया ने बताया कि यह संभल जिले के वन डिस्ट्रिक्ट 5 रिवर्स प्रोजेक्ट है, जो इस वर्ष पूरा कर लिया जाएगा। हमने जल बाबा कहलाने वाले राजेंद्र सिंह के सुझाव पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए ट्रेंच बनाने की भी योजना बनाई गयी है। इसका मनरेगा के तहत काम कराया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल