सामुदायिक केंद्रों पर शहरवासी रियायती दर पर कर सकेंगे आयोजन
जयपुर, 9 मई (हि.स.)। जयपुर नगर निगम हेरिटेज के मुख्यालय में शुक्रवार को कार्यकारिणी समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता महापौर कुसुम यादव ने की। बैठक में निगम आयुक्त अरुण हसीजा, अतिरिक्त आयुक्त सुरेंद्र सिंह यादव, नगर निगम के नव निय
निगम बैठक


जयपुर, 9 मई (हि.स.)। जयपुर नगर निगम हेरिटेज के मुख्यालय में शुक्रवार को कार्यकारिणी समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता महापौर कुसुम यादव ने की। बैठक में निगम आयुक्त अरुण हसीजा, अतिरिक्त आयुक्त सुरेंद्र सिंह यादव, नगर निगम के नव नियुक्त चेयरमैन और अन्य निगम अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक की शुरुआत में आयुक्त अरुण हसीजा ने सभी चेयरमैनों को राजस्थान नगर पालिका अधिनियम, 2009 के तहत उनके दायित्वों और कार्यों की जानकारी दी।

महापौर कुसुम यादव ने सभी चेयरमैनों के साथ विभिन्न एजेंडों पर चर्चा की और उन्हें सर्वसम्मति से पारित किया। उन्होंने बताया कि नगर निगम की पिछली बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव लिए गए थे, जिनके क्रियान्वयन को लेकर इस कार्यकारिणी बैठक में विस्तार से विचार किया गया और उन्हें समिति के चेयरमैनों की सहमति से पारित भी किया गया।

बैठक में शहरवासियों के लिए सामुदायिक केंद्रों को रियायती दर पर उपलब्ध कराने संबंधी प्रस्ताव को भी पारित किया गया। इसके तहत ए श्रेणी के सामुदायिक केंद्रों में विवाह के लिए एक दिन का शुल्क 10,000 रुपये और सफाई शुल्क 2,500 रुपये तय किया गया। इसी तरह जन्मदिन और भजन-कीर्तन के लिए 3,100 रुपये, तीये की बैठक के लिए 1,100 रुपये और ध्यान या योगाभ्यास के लिए प्रति घंटे 500 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया। बी श्रेणी के केंद्रों में विवाह के लिए 7,000 रुपये, जन्मदिन के लिए 2,100 रुपये और तीये की बैठक के लिए 500 रुपये तय किए गए, जबकि सी श्रेणी में विवाह आयोजन के लिए 5,000 रुपये, जन्मदिन के लिए 1,100 रुपये और तीये की बैठक के लिए 500 रुपये की दर पर आयोजन की सुविधा दी जाएगी।

बैठक में मृतक आश्रित अनुकंपा नियुक्ति के 21 मामलों में से 20 को मंजूरी प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त शहर के कुछ स्थानों और चौराहों के नामकरण से जुड़े प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई। ट्रांसपोर्ट नगर चौराहे का नाम संत श्री दुर्बल नाथ महाराज चौराहा, मंडी खटीकन के सामुदायिक केंद्र का नाम संत श्री दुर्बल नाथ महाराज सामुदायिक केंद्र, जामडोली स्थित केशव विद्यापीठ चौराहे का नाम केशव विद्यापीठ सर्किल, एक गोल चक्कर का नाम संत तेउराम सर्किल और वानिकी पथ का नाम विधिक सेवा पथ रखने का प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं लालसांड जी के रास्ते का नाम जयकारा मार्केट रखने के प्रस्ताव पर सभी सदस्यों ने आपत्ति जताई, जिसके चलते उसे बैठक से हटा दिया गया।

महापौर कुसुम यादव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा निगम में समितियों का गठन किया गया है, जिससे अब शहर के विकास कार्यों को और गति मिलेगी। सभी चेयरमैनों से अपेक्षा की गई है कि वे शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। बैठक के दौरान कुछ चेयरमैनों ने अपने सुझाव भी प्रस्तुत किए, जिन्हें आगामी बोर्ड बैठक में शामिल करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश