महाराणा प्रताप हमें याद दिलाते हैं कि राष्ट्र सर्वोपरि है - प्रो भालेराव
अजमेर, 9 मई(हि.स.)। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में महारणा प्रताप जयंती का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो आनंद भालेराव ने महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। कुलपति प्रो भालेराव ने कहा कि महाराणा प्रताप को इतिहास में अडिग
महाराणा प्रताप हमें याद दिलाते हैं कि राष्ट्र सर्वोपरि है - प्रो भालेराव


अजमेर, 9 मई(हि.स.)। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में महारणा प्रताप जयंती का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो आनंद भालेराव ने महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। कुलपति प्रो भालेराव ने कहा कि महाराणा प्रताप को इतिहास में अडिग राष्ट्रभक्ति, आत्मगौरव, त्याग और संघर्षशीलता के लिए याद किया जाता है। हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप ने बताया था कि स्वाभिमान के आगे कोई भी साम्राज्य नहीं टिक सकता।

उन्होंने आगे कहा कि जब हम आत्मनिर्भर भारत की बात करते हैं तो महाराणा प्रताप की आत्मनिर्भर नीति हमें मार्गदर्शन देती है। उन्होंने बताया नेतृत्व केवल पद और अधिकार से नहीं, बल्कि चरित्र, साहस और नैतिक दृष्टि से तय होता है। सच्चा नेतृत्व वह हैं जो सुविधा नहीं कर्तव्य के मार्ग पर चले।

प्रो भालेराव ने आगे कहा कि भारत में महापुरुषों की जयंती मनाना एक परंपरा रही है, यह परंपरा केवल एक औपचारिकता नहीं है, यह एक सांस्कृतिक साधना है, जिसका उद्देश्य युवाओं को उनके इतिहास से जोड़ना और महापुरुषों के मूल्यों और आदर्शों को पुन: स्थापित करना है। ये जयंती समारोह न केवल अतीत के प्रति सम्मान है, बल्कि वर्तमान और भविष्य को दिशा देने वाली प्रेरणा की किरण भी है।

प्रो भालेराव ने बताया कि आज जब हम वैश्वीकरण, भौतिकवाद और सुविधाओं की दौड़ में नैतिक मूल्यों से दूर हो रहे हैं, तो महाराणा प्रताप हमें याद दिलाते हैं कि स्वाभिमान और आत्मबल सबसे बड़ा धन है। आज जब वैश्वीकरण के प्रभाव में हमारी सांस्कृतिक पहचान और राष्ट्रीय स्वाभिमान पर कई स्तरों पर चुनौतियाँ खड़ी हो रही हैं, तब महाराणा प्रताप हमें याद दिलाते हैं कि राष्ट्र सर्वोपरि है। महाराणा प्रताप का जीवन हमें सिखाता है कि कोई भी बल हमें तब तक नहीं हरा सकता, जब तक हमारा आत्मबल जीवित है।

कार्यक्रम में सांख्यिकी विभाग की छात्रा सुहानी ने महाराणा प्रताप के जीवन पर आधारित एक कविता का गायन किया जो महाराणा प्रताप की वीरता और उनके संघर्ष पर आधारित थी।

इस आयोजन में विश्वविद्यालय के सभी गणमान्य व्यक्ति, शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक सदस्यों के साथ - साथ विद्यार्थी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव अमरदीप शर्मा द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया जिसके पश्चात सभी उपस्थित लोगों ने महाराणा प्रताप को पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी अनुराधा मित्तल ने किया ।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष