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कोलकाता, 09 मई (हि.स.)। भारत-पकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति को देखते हुए शहर में निगरानी के लिए कोलकाता नगर निगम द्वारा खोला गया नियंत्रण कक्ष रवींद्र जयंती के दिन भी खुला रहा।
सूत्रों के अनुसार, नियंत्रण कक्ष से शहर के विभिन्न भागों में, यहां तक कि कोलकाता नगर निगम के महत्वपूर्ण संयंत्रों और कार्यालयों पर भी निगरानी रखी जा रही है। आम तौर पर नियंत्रण कक्ष का उपयोग मुख्य रूप से तूफान या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान शहर भर में निगरानी के लिए किया जाता है। अब उस बुनियादी ढांचे का उपयोग युद्धकालीन स्थिति में किया जा रहा है।
युद्ध की स्थिति को देखते हुए केन्द्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों के साथ बैठकें की है। पश्चिम बंगाल ासरकार ने सभी सरकारी छुट्टियां रद्द करने का निर्देश जारी किया। इसी राह पर चलते हुए कोलकाता नगर निगम ने भी अपने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। इस दौरान आयुक्त धबल जैन निगम में उपस्थित रहे।
ओसी कंट्रोल कार्तिक नंदी ने कहा कि जिस तरह आपदा के दिनों में इस कंट्रोल रूम के माध्यम से शहर की निगरानी की जाती है, उसी तरह अब युद्ध की स्थिति में भी पूरे महानगर में कड़ी निगरानी रखी जाएगी। हम 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं। अगर नागरिकों को कहीं भी कोई खतरा होता है या संपत्ति के नुकसान का खतरा होता है, तो संबंधित अधिकारियों को तुरंत सूचित किया जाएगा। हम हर चीज पर नजर रख रहे हैं, ताकि नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सके और उन तक राहत पहुंचाई जा सके।
अधिकारियों ने गुरुवार को ही घोषणा कर दी थी कि सभी कर्मचारियों की छुट्टियां अनिश्चित काल के लिए रद्द कर दी जाएंगी। टाला टैंक सहित सभी जलाशयों को 24 घंटे पानी का भंडारण करने को कहा गया है। इसी प्रकार, एम्बुलेंस विभाग और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग की टीमों को 24 घंटे तैयार रहने को कहा गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गंगा