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इटानगर, 9 मई (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने आज राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) केटी परनायक से मुलाकात की। उन्होंने राज्य के लिए प्रमुख सुरक्षा और विकासात्मक चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा की और एक सुरक्षित, समृद्ध और डिजिटल रूप से सशक्त अरुणाचल प्रदेश के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
भारत-म्यांमार सीमा पर वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की हाल ही में मंजूरी पर चर्चा करते हुए, राज्यपाल ने दूरदराज के सीमावर्ती समुदायों के उत्थान को प्राथमिकता देने के लिए केंद्र सरकार की ईमानदारी से सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह कार्यक्रम बहुत जरूरी विकास को गति देगा, बुनियादी ढांचे, आर्थिक अवसर लाएगा और सीमावर्ती निवासियों के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार करेगा।
सुशासन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने डिजिटल परिवर्तन में राज्य की प्रगति की भी समीक्षा की। राज्यपाल ने पारदर्शिता, निगरानी और वितरण दक्षता बढ़ाने के लिए सभी सरकारी योजनाओं और सेवाओं को एकीकृत डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में एकीकृत करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बेहतर संस्थागत निरंतरता और सार्वजनिक जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए आधिकारिक अभिलेखों के डिजिटलीकरण और राजभवन की पहल की भी वकालत की।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने उद्यमिता और स्वरोजगार पर जोर देते हुए कौशल विकास के माध्यम से राज्य के युवाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित चर्चा की। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने और साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के तरीकों की भी खोज की, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और राज्य की प्राकृतिक सुंदरता को प्रदर्शित करने की उनकी क्षमता को पहचाना है।
हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी