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जम्मू, 09 मई (हि.स.)। जम्मू एवं कश्मीर में ब्लैकआउट शुरू हो गया है और पाकिस्तान की ओर से बड़े पैमाने पर गोलीबारी जारी है।इससे पहले जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच निवासियों को ब्लैकआउट प्रोटोकॉल का पालन करने और सायरन पर तुरंत प्रतिक्रिया देने का आग्रह किया था। एहतियात के तौर पर जम्मू शहर के बाजारों में कामकाज बंद हो गया था।
पुलिस ने नागरिकों से अनुरोध किया था कि वे सलाह का पालन करें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों के साथ सहयोग करें। गुरुवार को पाकिस्तान की सीमा पार से की गई गोलाबारी में जम्मू के कुपवाड़ा, पुंछ और राजौरी सेक्टरों में कई आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं थी।
समन्वित ड्रोन और मिसाइल हमलों की एक श्रृंखला में पाकिस्तान ने गुरुवार रात जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में कई स्थानों को निशाना बनाया था।
भारतीय रक्षा अधिकारियों के अनुसार अधिकांश हमलों को भारत की उन्नत वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा रोक दिया गया जिसमें S-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली भी शामिल है जिससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था। ये हमले ऑपरेशन सिंदूर का जवाब हैं, जो हाल ही में भारतीय सैन्य आक्रमण था जिसमें पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी शिविरों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया था। यह अभियान 22 अप्रैल को कश्मीर में हुए एक घातक आतंकवादी हमले के बाद चलाया गया था जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे।
स्थिति अभी भी अस्थिर बनी हुई है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयम बरतने और आगे की स्थिति को रोकने के लिए कूटनीतिक जुड़ाव की अपील की जा रही है।
इससे पहले दिन में एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी ने खुलासा किया था कि 36 स्थानों पर 300 से 400 ड्रोन तैनात किए गए थे जिनमें से कई को भारतीय सेना ने गतिज और गैर-गतिज दोनों तरीकों का उपयोग करके मार गिराया। शुरुआती जांच से पता चलता है कि ड्रोन तुर्की निर्मित असीसगार्ड सोंगर मॉडल थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह