विवेकानंद के आदर्शों पर चलने वाली भाविप की सदैव प्रासंगिकता बनी रहेगी : न्यायमूर्ति
--भारत विकास परिषद प्रयाग शाखा ने धूमधाम से मनाया स्थापना दिवस प्रयागराज, 09 मई (हि.स.)। भारत विकास परिषद प्रयाग शाखा ने शुक्रवार को सिविल लाइन स्थित एक होटल में स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति अनूप कुमार गोयल ने कहा कि विवेकानं
स्थापना दिवस


--भारत विकास परिषद प्रयाग शाखा ने धूमधाम से मनाया स्थापना दिवस प्रयागराज, 09 मई (हि.स.)। भारत विकास परिषद प्रयाग शाखा ने शुक्रवार को सिविल लाइन स्थित एक होटल में स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति अनूप कुमार गोयल ने कहा कि विवेकानंद के आदर्शों पर चलने वाली भारत विकास परिषद जैसी समाजसेवी संस्थाओं की समाज एवं राष्ट्र के लिए सदैव प्रासंगिकता बनी रहेगी।उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद की स्थापना भारत चीन युद्ध के समय हुई थी और आज देश पुनः एक युद्ध की ओर अग्रसर है। ऐसे में सदस्यों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि भाविप के सदस्य सदैव समाज और राष्ट्र की सेवा तथा उसकी उन्नति के लिए तत्पर रहते हैं और नई पीढ़ी में अच्छे संस्कार डालने के लिए कटिबद्ध होते हैं। प्रयाग शाखा की निवर्तमान अध्यक्ष डॉ अल्पना अग्रवाल ने कहा कि भारत विकास परिषद, प्रयाग शाखा का गठन 1983 में प्रयाग के कुछ प्रतिष्ठित बुद्धिजीवियों ने किया था। इसमें प्रयाग के हर क्षेत्र से प्रतिष्ठित नाम जुड़े। नगर के अनेक प्रतिष्ठित न्यायाधीश, अधिवक्ता, डॉक्टर, अध्यापक, व्यवसायी और समाजसेवी परिषद के सदस्य दायित्वधारी रहे। प्रसिद्ध न्यायमूर्ति जगमोहन लाल सिन्हा इसके प्रथम अध्यक्ष थे। रामेश्वर प्रसाद गोयल, भूतपूर्व एडवोकेट जनरल, उत्तर प्रदेश एवं वरिष्ठ अधिवक्ता उच्च न्यायालय इलाहाबाद; डॉ बी एल अग्रवाल, एमेरिटस प्रोफेसर, मेडिकल कॉलेज इलाहाबाद; मेजर जनरल महेंद्र नाथ रावत, डी.के. भट्टाचार्य, पूर्व अध्यक्ष, उप्र लोक सेवा आयोग सहित तमाम लोग इसके दायित्वधारियों में रहे हैं। वर्तमान में शहर के अनेक प्रतिष्ठित लोग, इस संगठन से जुड़कर समाज सेवा का कार्य कर रहे हैं।इस अवसर पर भारत विकास परिषद प्रयाग शाखा की स्मारिका का विमोचन किया गया। जिसका सम्पादन वरिष्ठ सी ए डॉ नवीन चंद्र अग्रवाल ने किया है। इस स्मारिका के उत्कृष्ट सम्पादन एवं प्रकाशन के लिए सभी सदस्यों ने डॉ अग्रवाल सहित पिछली कार्यकारिणी के अध्यक्ष डॉ कल्पना अग्रवाल एवं प्रोफेसर विवेक भदौरिया की प्रशंसा की। स्मारिका में 1983 से लेकर अब तक के प्रयाग शाखा के सभी अध्यक्षों की फोटो तथा सभी दायित्वधारीयों के नाम की सूची दी गई है। इसके सभी पृष्ठ पर प्रयागराज के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पौराणिक स्थलों की फोटो भी अत्यंत आकर्षक ढंग से दी हुई है। डॉ नवीन चंद्र अग्रवाल ने कहा कि परिषद का दृष्टिकोण है मानव-जीवन के हर पहलू यथा सामाजिक, सांस्कृतिक, नैतिक, राष्ट्रीय एवं आध्यात्मिक क्षेत्रों में देश का विकास व संवर्धन है। जिससे अन्ततोगत्वा भारत स्वस्थ, समर्थ और संस्कारित हो।

इस अवसर पर शाखा के संस्थापक सदस्य और पूर्व अध्यक्ष चंद्र मोहन भार्गव, सहित अन्य पूर्व अध्यक्षों संरक्षक पी एस मित्तल, आर पी अग्रवाल, डॉ नवीन चंद्र अग्रवाल, आलोक शाह, प्रो उमेश प्रताप सिंह, डॉ अल्पना अग्रवाल को सम्मानित किया गया। एडवोकेट आरपी अग्रवाल और शाखा अध्यक्ष ने मुख्य अतिथि को अंगवस्त्रं और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ जगदीश्वर द्विवेदी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर उमेश प्रताप सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर पूनम मित्तल, प्रोफेसर अशोक मित्तल, इंद्रेश भार्गव, दिनेश रस्तोगी, डॉ पुरुषोत्तम दास केसरवानी, एडवोकेट अरुण त्रिपाठी, शरद गुप्ता, डॉ रितेश अग्रवाल साहित शहर के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र