बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों के बीच आरपीएफ ने बढ़ाई सतर्कता, ट्रेन से आग्नेयास्त्र बरामद
गुवाहाटी, 09 मई (हि.स.)। देश भर में बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों के जवाब में, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने स्टेशनों, ट्रेनों और रेल परिसरों में अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल को काफी सुदृढ़ किया है। वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा पर
पूर्वोत्तर सीमा रेलवे द्वारा जारी तस्वीर।


गुवाहाटी, 09 मई (हि.स.)। देश भर में बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों के जवाब में, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने स्टेशनों, ट्रेनों और रेल परिसरों में अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल को काफी सुदृढ़ किया है। वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य में यात्री सुरक्षा पर अधिक जोर देने के साथ, ये उपाय बाल तस्करी, मानव तस्करी, नशीले पदार्थों की तस्करी, पत्थरबाजी और अन्य अप्रिय घटनाओं जैसे खतरों से निपटने के लिए किए गए हैं। रेल अधिकारियों के साथ घनिष्ठ सहयोग में आरपीएफ पूरे नेटवर्क में सुरक्षा और निगरानी को सक्रिय रूप से बढ़ा रहा है। इसमें रेलवे स्टेशनों और ट्रैक रूटों पर सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने के लिए सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वित संयुक्त गश्त शामिल है।

पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि अपने गहन सुरक्षा प्रयासों के तहत, पूसीरे ने जिला प्रशासन के सहयोग से महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों पर सफलतापूर्वक समन्वित मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इन अभ्यासों में, एयर सायरन अलर्ट और ब्लैकआउट प्रोटोकॉल शामिल थे, जिनका उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में तैयारियों का परीक्षण और उसे बेहतर करना था। यात्री सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, पूसीरे ने मजबूत एंटी-क्राइम पेट्रोल (एसीपी) इकाइयों और समर्पित महिला सुरक्षा टीमों को तैनात करके महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत किया है। अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने और सभी यात्रियों की गरिमा तथा सुरक्षा के लिए तस्करी विरोधी अभियान भी तेज कर दिए गए हैं।

हाल की एक घटना में, 8 मई को, ट्रेन संख्या 14620 अप (त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस) में नियमित ड्यूटी करते समय पूसीरे की आरपीएफ ने असाधारण सतर्कता दिखाई। खाली जनरल कोच के निरीक्षण के दौरान अपर बर्थ पर दो लावारिस बैग मिले। जांच करने पर बैग में 8 पिस्तौल और 16 मैगजीन दिखे। आरपीएफ टीम ने तुरंत आग्नेयास्त्रों को सुरक्षित कर लिया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उसे अगरतला आरपीएफ पोस्ट लाया। इसके बाद, त्रिपुरा के महानिदेशक (खुफिया) ने घटना और सफल जब्ती की समीक्षा करने के लिए अगरतला रेलवे स्टेशन का दौरा किया। निरीक्षण के समय, महानिदेशक ने रेलवे सुरक्षा सुनिश्चित करने में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए आरपीएफ जवान अंजन पाल और अशिम ऐच की व्यक्तिगत रूप से सराहना की।

एनएफआर यात्रियों और रेल संपत्तियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पूर्ण रूप से समर्पित है। उभरती चुनौतियों के जवाब में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए निरंतर सुधार किए जा रहे हैं। आरपीएफ अटूट परिश्रम और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए गहरी प्रतिबद्धता के साथ, सभी यात्रियों के लिए सुरक्षित एवं विश्वसनीय रेल वातावरण सुनिश्चित करने के लिए निरंतर सक्रिय कदम उठा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश