इंदौर में लोक माता देवी अहिल्याबाई की 300वां जन्म जयंती पर होगा तीन दिवसीय कार्यक्रम
- नारी सशक्तिकरण सम्मेलन, महानाट्य का मंचन, व्याख्यान, पेंटिंग प्रदर्शनी आदि कार्यक्रम होंगे इंदौर, 09 मई (हि.स.)। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा लोक माता देवी अहिल्याबाई की जयंती पर तीन दिवसीय आयोजन करने जा रहा है। इस आयोजन को लेकर गूगल मी
संभागायुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में बैठक


- नारी सशक्तिकरण सम्मेलन, महानाट्य का मंचन, व्याख्यान, पेंटिंग प्रदर्शनी आदि कार्यक्रम होंगे

इंदौर, 09 मई (हि.स.)। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा लोक माता देवी अहिल्याबाई की जयंती पर तीन दिवसीय आयोजन करने जा रहा है। इस आयोजन को लेकर गूगल मीट (वीडियो कान्फ्रेंस) के माध्यम से शुक्रवार को एक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में गूगल मीट के माध्यम से इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह शामिल हुए। बैठक में संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि इस बार देवी अहिल्याबाई की जयंती का महत्व इसलिये भी विशेष है क्योंकि यह उनका 300वां जन्म जयंती वर्ष है। इस कारण इंदौर और महेश्वर सहित देशभर में विभिन्न प्रकार के उत्सवों का क्रम जारी है। उन्होंने बताया कि देवी अहिल्याबाई जयंती उत्सव को विशेष बनाने के लिए राज्य शासन द्वारा इंदौर के ऐतिहासिक राजवाड़ा में 20 मई को कैबिनेट बैठक आयोजित की जा रही है।

प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि देवी अहिल्याबाई जयंती उत्सव 29 मई से 31 मई तक मनेगा। इस आयोजन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे। इस तीन दिवसीय उत्सव में इंदौर, महेश्वर, वाराणसी आदि शहरों में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। सभी कार्यक्रमों को इस प्रकार से तैयार किया जायेगा, जिसमें जनमानस को देवी अहिल्याबाई के सुशासन, नारी सशक्तिकरण, उनके द्वारा किये गए लोक कल्याणीकारी कार्यों की झलक देखने को मिले। आयोजन के तहत महिलाओं का एक ऐसा विशाल सम्मेलन होगा, जिसमें ऐसी महिलाएं प्रमुख रूप से शामिल होगी, जिन्होंने स्वयं सहायता समूह, लघु उद्योग आदि से स्वयं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाया है। इसके अलावा लोक माता के जीवन और कृतित्व पर केन्द्रित एक महानाट्य का मंचन भी होगा। इसी क्रम में देवी अहिल्याबाई द्वारा इंदौर, महेश्वर, वाराणसी आदि स्थानों पर किये गए मंदिरों के जीर्णोद्धार सहित कुएं, बावड़ियों, धर्मशाला आदि के निर्माण पर केन्द्रित एक पेंटिंग प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी, जिसे देशभर के श्रेष्ठ चित्रकारों ने बनाया है। इसके अलावा देवी अहिल्याबाई के जीवन कार्यों को लेकर एक फिल्म भी बनायी जायेगी, जिसका ट्रीजर इस उत्सव में प्रदर्शित किया जायेगा।

प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने आगे बताया कि देवी अहिल्याबाई के जीवन और कृतित्व से जुड़ी पांडुलिपियों का संग्रह किया जा रहा है, उसे भी प्रदर्शित‍ किया जायेगा। इसके अलावा विद्वान वक्ताओं के व्याख्यान होंगे, जिसमें देवी अहिल्याबाई के सुशासन पर केन्द्रित होगा। आयोजन में संस्कृतिकर्मी, नाट्यकृर्मी, शिक्षाविद शामिल होंगे।

बैठक में संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा कि इंदौर में देवी अहिल्याबाई की जयंती उत्सव को यहाँ की विभिन्न सामाजिक संस्थाएं बड़ी पैमाने पर मनाती है। इस बार भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के जुड़ जाने से यह उत्सव और उल्लास के साथ मनेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर