Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
चेन्नई, 23 मई (हि.स.)। तमिलनाडु में हाल ही हुई पक्षी गणना से पता चला है कि राज्य में पक्षियों की आबादी में वृद्धि हुई है।इस गणना के अनुसार तमिलनाडु में लगभग 5.52 लाख आर्द्रभूमि पक्षी और 2.32 लाख स्थलीय पक्षी हैं। खास बात यह है कि
राज्य में लुप्तप्राय वाली 26 प्रजातियां भी मिली हैं।
शुक्रवार को राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्यजीव वार्डन श्रीनिवास आर रेड्डी ने एक बयान जारी कर बताया किपक्षियों की विविधता और उनके अलग अलग ठिकानों को तमिलनाडु सरकार ने राज्यभर में दो हजार से अधिक स्थानों पर एकीकृत पक्षी जनगणना कराई है। इस वर्ष की एकीकृत पक्षी जनगणना दो चरणों में आयोजित की गई थी।
उन्होंने बताया कि एकीकृत पक्षी जनगणना 2025 में तमिलनाडु में कुल 798 पक्षी प्रजातियां दर्ज की गई हैं। इसमें तमिलनाडु में 37 लुप्तप्राय पक्षी प्रजातियों में से 26 प्रजातियों को दर्ज किया गया है। इसी तरह, 17 निशाचर पक्षी प्रजातियों को दर्ज किया गया है।रेड्डी ने बताया कि कुल 934 स्थानों पर आर्द्रभूमि पक्षी गणना में 397 पक्षी प्रजातियों से संबंधित कुल 5,52,349 पक्षियों की गणना हुई। इनमें से 1.13 लाख पक्षी प्रवासी पक्षी हैं और 49 प्रतिशत पक्षी तटीय जिलों से हैं। इसी तरह 1,093 स्थानों पर की गई स्थलीय पक्षी गणना में 401 पक्षी प्रजातियों के 2,32,519 पक्षियों की गणना की गई। जिनमें से 1,13,606 पक्षी प्रवासी पक्षी थे।
एकीकृत पक्षी जनगणना से राज्य में विभिन्न पक्षियों की गणना में तमिलनाडु के पक्षियों की समृद्ध जैव विविधता पर प्रकाश डाला गया है। इस गणना डेटा से उन क्षेत्रों की पहचान करने और उनके संरक्षण के प्रयासों की आवश्यकता है। इस जनगणना से तमिलनाडु में पक्षियों की जनसंख्या गतिशीलता के बारे में बहुमूल्य जानकारियां मिली हैं और इस डेटा का उपयोग प्रभावी संरक्षण योजनाएं विकसित करने के लिए किया जाएगा।
--------------
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ आर बी चौधरी