सचिन पायलट का केंद्र सरकार पर निशाना, कहा–ट्रंप के बयानों और मंत्री की टिप्पणी पर हो कार्रवाई
जयपुर, 14 मई (हि.स.)। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर को लेकर दिए गए बयानों और मध्यप्रदेश के एक मंत्री द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई अभद
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट


जयपुर, 14 मई (हि.स.)। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर को लेकर दिए गए बयानों और मध्यप्रदेश के एक मंत्री द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई अभद्र टिप्पणी की कड़ी निंदा की।

पायलट ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री ने कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने मांग की कि ऐसे मंत्री को तुरंत सरकार से बाहर किया जाए। उन्होंने कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने देश को ऑपरेशन की जानकारी देकर सराहनीय कार्य किया है और उनका अपमान पूरी सेना का अपमान है। उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से इस पर माफी मांगने की मांग की।

पायलट ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब दौरे के दौरान फिर दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम अमेरिका ने कराया। लेकिन, भारत सरकार की ओर से इस पर कोई सटीक और उच्चस्तरीय खंडन नहीं आया है। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अपने बयानों में कभी पाकिस्तानी आतंकवाद का जिक्र नहीं किया, जबकि पाकिस्तान का इतिहास आतंकवाद को समर्थन देने का रहा है।

पायलट ने कहा कि ट्रंप कश्मीर जैसे द्विपक्षीय मसले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाकर पाकिस्तान को समर्थन दे रहे हैं, जबकि भारत की स्पष्ट नीति रही है कि यह मसला भारत और पाकिस्तान के बीच का है। उन्होंने याद दिलाया कि 1994 में संसद में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा है। उन्होंने मांग की कि अब संसद का विशेष सत्र बुलाकर यह प्रस्ताव दोबारा पारित किया जाए, ताकि पूरी दुनिया को भारत की एकजुटता दिखाई दे।

पायलट ने कहा कि अब तक भारत की तुलना चीन से होती थी, लेकिन हाल की घटनाओं ने भारत को पाकिस्तान जैसे 'फेल्ड स्टेट' से जोड़ा जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ट्रंप की सीजफायर की घोषणा ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, क्या पाकिस्तान को आईएमएफ से मिला कर्ज फिर से आतंकवाद को बढ़ावा देने में इस्तेमाल नहीं होगा?

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित