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मीरजापुर, 14 मई (हि.स.)। जनता की शिकायतों को फाइलों में दबाकर बैठने वाले अफसरों को अब चेत जाना चाहिए। मंडलायुक्त विन्ध्याचल मंडल बालकृष्ण त्रिपाठी ने बुधवार को आईजीआरएस पोर्टल पर लंबित और खानापूर्ति वाले निस्तारणों पर गहरी नाराजगी जताई। सख्त लहजे में अफसरों को चेताया कि शिकायतकर्ता से संवाद के बिना निस्तारण नहीं चलेगा और यदि गुणवत्ताहीन निपटारा किया गया तो सीधे कार्रवाई होगी।
बैठक में जब विभागवार समीक्षा शुरू हुई तो कई अफसरों की कार्यशैली की कलई खुल गई। नलकूप विभाग के अधीक्षण अभियंता, क्षेत्रीय दुग्ध अधिकारी और विद्युत अधीक्षण अभियंता की रिपोर्टों में शिकायतकर्ता असंतुष्ट मिले। इस पर मंडलायुक्त ने तत्काल तीनों को शो-कॉज नोटिस जारी करने का निर्देश दे डाला। सदर तहसीलदार को कार्य में लापरवाही के चलते प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई। वहीं, बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी को भी नोटिस थमा दिया गया।
रिजेक्टेड रिपोर्ट दोबारा अपलोड करने पर सख्ती
बैठक में मंडलायुक्त ने स्पष्ट किया कि रिजेक्टेड रिपोर्ट को कॉपी-पेस्ट करके दोबारा पोर्टल पर चढ़ाने की आदत पर अब रोक लगाई जाएगी। उन्होंने दो टूक कहा कि ऐसे मामलों में अफसर मौके पर जाकर समस्या का समाधान सुनिश्चित करें, वरना कार्रवाई तय मानी जाए।
राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम से निपटेंगे पैमाइश वाले मामले
शिकायतों में जमीन संबंधी विवादों की संख्या अधिक होने पर उन्होंने निर्देश दिया कि ऐसे मामलों के समाधान के लिए राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम गठित की जाए जो मौके पर जाकर पैमाइश और निस्तारण सुनिश्चित करे।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा