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नई दिल्ली, 30 अप्रैल (हि.स.)। अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको 1 से 4 मई तक भारत की राजकीय यात्रा पर रहेंगे। वह उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आएंगे, जिसमें मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी, उद्योगपति और मीडिया प्रतिनिधि शामिल होंगे।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह उनकी पहली द्विपक्षीय भारत यात्रा है। 38 वर्षों बाद किसी अंगोला राष्ट्रपति की यह पहली भारत यात्रा होगी। यात्रा ऐसे समय हो रही है जब भारत और अंगोला अपने राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
उनके कार्यक्रम के अनुसार 3 मई को राष्ट्रपति लोरेंको का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया जाएगा। वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भेंट करेंगे। वे उनके सम्मान में रात्रिभोज भी देंगी।
उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी होगी। इसमें व्यापार, ऊर्जा, रक्षा आदि पर सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री मोदी उनके सम्मान में दोपहर भोज देंगे। 4 मई को राष्ट्रपति लोरेंको नई दिल्ली में व्यापार कार्यक्रम में भाग लेंगे, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय निवेश और व्यापार को प्रोत्साहित करना है।
यात्रा के दौरान कई समझौतों और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इससे दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूती मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि भारत और अंगोला के बीच ऊर्जा साझेदारी और व्यापार संबंध मजबूत हैं। 2023-24 में दोनों देशों के बीच व्यापार 4.192 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा है। भारत और अंगोला बहुपक्षीय मंचों पर एक-दूसरे का समर्थन करते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा