कोरबा में कुसमुंडा खदान बंद, भू विस्थापितों की हड़ताल शुरू
काेरबा 22 अप्रैल (हि.स.)। कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में आज (मंगलवार) सुबह 6 बजे से कोल परिवहन बंद कर दिया गया है। यह हड़ताल छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के नेतृत्व में की जा रही है, जिसमें कुसमुंडा, गेवरा,
भू विस्थापित एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में काम बंद कर हड़ताल करते


काेरबा 22 अप्रैल (हि.स.)। कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में आज (मंगलवार) सुबह 6 बजे से कोल परिवहन बंद कर दिया गया है। यह हड़ताल छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के नेतृत्व में की जा रही है, जिसमें कुसमुंडा, गेवरा, दीपका और कोरबा क्षेत्र के प्रभावित गांवों के भू विस्थापित शामिल हैं।

छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के प्रमुख मांगे है जिसमें लंबित रोजगार प्रकरणों का तत्काल निराकरण और आउटसोर्सिंग कार्यों में प्रभावित भू विस्थापितों को रोजगार प्रदान करना। विस्थापित सभी परिवारों को बसावट देना और बसावट गांव में मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना।

खमहरिया की जमीन किसानों को वापस करना सहित नए पुराने नाम पर मुआवजा कटौती बंद करना आदि प्रमुख मांगे हैं।

-हड़ताल का प्रभाव

हड़ताल के कारण कुसमुंडा खदान में कोल परिवहन पूरी तरह से बंद है, जिससे उत्पादन और आपूर्ति पर असर पड़ सकता है। भू विस्थापितों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।

-आंदोलन की चेतावनी

छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित रोजगार एकता संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द से जल्द पूरी नहीं की जाती हैं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। भू विस्थापितों ने सरकार और एसईसीएल प्रबंधन से मांग की है कि उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।

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हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी