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कोलकाता, 15 अप्रैल (हि.स.)। वक्फ संशोधन कानून के विरोध को लेकर पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने राज्य सरकार पर कड़ा हमला बोला है। विहिप ने मंगलवार को इन हमलों को तुरंत रोकने और पीड़ितों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
सिलीगुड़ी में संवाददाताओं से बात करते हुए विहिप के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने ममता बनर्जी सरकार के दो मंत्रियों फिरहाद हकीम और सिद्दीकुल्लाह चौधरी के बयानों को उकसाने वाला और असंवेदनशील बताया। उन्होंने दावा किया कि मुर्शिदाबाद जिले के धूलियान इलाके से कई बंगाली हिंदू जान बचाकर पास के मालदा जिले में शरण लेने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने इस घटना की तुलना जम्मू-कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन से की।
विहिप नेता ने कहा कि राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध के दौरान सिलीगुड़ी या राज्य के अन्य हिस्सों में कानून-व्यवस्था की स्थिति और न बिगड़े। सरकार हिंसा को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए, पीड़ितों को सुरक्षा और मुआवजा दे तथा हमलावरों और भड़काने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे।
परांडे ने मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी के उस बयान को उकसाने वाला बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वक्फ कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पहले जिलों में और फिर कोलकाता में फैलेंगे। विहिप नेता ने इस बयान पर कानूनी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि तृणमूल नेताओं को मुर्शिदाबाद के धूलियान, सूती और शमशेरगंज में हिंदुओं पर हुए हमलों की जिम्मेदारी से भागने नहीं दिया जा सकता। उन्होंने राज्य के कुछ संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की।
बांग्ला नववर्ष के अवसर पर राज्यवासियों को शुभकामनाएं देते हुए परांडे ने कहा कि पश्चिम बंगाल में शांति, व्यवस्था और कानून का राज स्थापित हो। वक्फ आंदोलन के नाम पर हिंदुओं के जीवन और संपत्तियों पर हो रहे जिहादी हमले बंद हों।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर