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सिराेही, 15 अप्रैल (हि.स.)। जिले के चोटीला में मीणा समुदाय के आराध्य देव गौतम ऋषि का तीन दिवसीय वार्षिक मेला यौवन पर है। मेले में सैकड़ों लोगों ने शिरकत कर बाबा के दरबार में मत्था टेक कर सुख समृद्धि की मन्नत मांगी। पश्चिमी राजस्थान के मीणा समाज के सबसे बड़े मेले की खासियत इसका प्रबंधन, अनुशासन, सामाजिक एकजुटता, आस्था, संस्कृति और पुरातन परंपरा हैं।
मेले में गंगा मैया के अवतरण पर जयकारे गूंजे। गंगा कुण्ड में ट्रस्टियों ने पण्डित के सानिध्य में गंगा पूजन किया। इसके बाद समाज के लोगों ने वर्षभर में दिवगंत हुए स्वजनों की अस्थियों का विधि विधान के साथ गंगा कुण्ड में विसर्जन किया। फिर एताईयों में पहुंच कर रंग बदलने की रस्म अदा की गई। महिलाओं ने गौतम बाबा के यशोगान के साथ मंगल गीत गाए, तो दूसरी तरफ सालभर में दिवगंत हुए परिजनों का शोक रंग बदलने की रस्म के साथ गुड़ बांटकर खुशी में तब्दील किया गया। अपने रिश्तेदारों, मित्रों व विशेषकर जवाइयों की भोजन, मिष्ठान्न, चूरमा, शीतल पेय पदार्थों से मेहमान नवाजी की गई। परम्परागत तौर पर मिल बैठकर शादी योग्य लड़के-लड़कियों के संबंध तय किए।
मेले में श्रद्धालुओं की भारी आवाजाही से हाट बाजारों में दिनभर रौनक रही। युवाओं का भूरिया बाबा के गीतों की प्रस्तुतियों के साथ छाता नृत्य आकर्षण का केन्द्र रहा। मेला क्षेत्र में झूलों-पालनों, खाद्य-पेय व रोजमर्रा उपयोगी सामग्री सहित विभिन्न चीजों की करीब 1500 से अधिक अस्थाई दुकानें लगी है। जहां श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की। अच्छी ग्राहकी होने से व्यापारी वर्ग में खुशी रही।
मेला क्षेत्र का भारी विस्तार होने के बावजूद शांतिपूर्ण माहौल नजर आया।
ट्रस्ट अध्यक्ष रताराम मीणा, ट्रस्ट के सदस्य, पंच-पटेल और युवा काउंटर पर भक्तजनों से प्राप्त देव द्रव्य राशि की रसीदें काटकर जमा करते हुए भेंटकर्ताओं का अभिनंदन कर रहे हैं। सैकड़ों लोगों की भीड़ की व्यवस्था के लिए ट्रस्ट ने परगनावार समाज के ही करीब 1500 कार्यकर्ताओं को लगाया है। यहां पुलिस का प्रवेश वर्जित है। मंदिर व मेला क्षेत्र में जो जवान ड्यूटी देने आते हैं, वे मीणा समाज के ही होते हैं। वे भी बिना वर्दी में होते हैं।
मेला क्षेत्र करीब तीन किलाेमीटर क्षेत्र में हैं। इस बार पुलिस की अस्थाई चौकी को पुरानी जगह से हटाकर 200 मीटर दूर शिफ्ट की गई है। पुरानी चौकी की जगह सड़क किनारे दुकानें लगी है। मेले की सभी व्यवस्थाएं समाज संभाल रहा है।
मेला स्थल पर मोबाइल नेटवर्क भी नहीं है। ऐसे में समाज ने वॉकी टॉकी का सहारा लिया है। सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए हैं।
सिरोही एसपी अनिल कुमार का कहना है कि गौतम ऋषि मेले में यातायात व अन्य व्यवस्थाओं को लेकर विभिन्न जगहों पर 400 से अधिक जवान तैनात किए हैं। जिनमें 67 महिला कांस्टेबल व 125 पुलिस के जवान सादी वर्दी में तैनात हैं। 25 जवान मेले के मार्गों पर व अन्य जवान विभिन्न जगहों पर लगे हैं। मेले की पेराफेरी में अस्थाई चौकियां व चैकपोस्ट और इमरजेंसी के लिए अलग से व्यवस्था है। मोबाइल यूनिट भी तैनात है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित