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नई दिल्ली, 15 मार्च (हि.स.)। दक्षिण जिले के महरौली इलाके में 50 हजार की फिरौती के लिए 17 साल के लड़के के अपहरण के मामले का पुलिस ने खुलासा कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से लड़के को सकुशल मुक्त करा लिया। फिलहाल पुलिस तीनों आरोपितों की उम्र की जांच कर रही है।पुलिस के मुताबिक 12 मार्च को महरौली थाना पुलिस को 17 साल के लड़के केअपहरण की सूचना मिली। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को पीड़ित परिवार ने बताया कि तीन दिन पहले उनके पास फोन आया था कि आपका बेटा किडनैप हो गया है और 50 हजार का इंतजाम करके लेकर आओ, नहीं तो बेटा को मार दूंगा। पुलिस ने पूरा बयान सुनकर मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। जांच में पता चला कि पीड़ित परिवार के पास कई बार 50 हजार के लिए कॉल आई है।
दक्षिण जिले के एडिशनल डीसीपी अचिन गर्ग ने शनिवार को प्रेस वार्ता कर बताया कि अपहरणकर्ता का मोबाइल बंद चल रहा था। इसी बीच जांच टीम को पता चला कि तुगलकाबाद के जंगल में अपहरणकर्ताओं ने लड़के को रखा हुआ है। सूचना को पुख्ता कर पुलिस टीम उक्त स्थान पर पहुंची और देर रात 2:00 बजे जंगल में छापेमारी करके लड़के को मुक्त करा लिया और आरोपितों को पकड़ लिया।
एडिशनल डीसीपी के अनुसार पूछताछ के दौरान एक आरोपित ने बताया कि उसने 18000 रुपये देकर देवली, खानपुर से नई स्कूटी खरीदी थी। नई स्कूटी का शेष भुगतान करने के लिए उसने इंस्टाग्राम पर एक फर्जी लड़की की आईडी बनाने का निर्णय लिया तथा किसी को अगवा करने की साजिश रची। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दिलचस्प बात यह है कि आरोपित पढ़ना-लिखना नहीं जानता है। वह पीड़ित से चैट के दौरान सुनने व टाइप करने के लिए गूगल ट्रांसलेट का प्रयोग करता था। इधर साजिश के तहत आरोपित ने नाबालिग लड़के से दोस्ती की फिर उसे मिलने के लिए बुलाया। इधर, वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपित ने अपने दोस्तों को शामिल किया। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपित ने पैसे कमाने के लिए रेपिडो/ज़ेप्टो में इस्तेमाल करने के लिए स्कूटी खरीदी थी जबकि आरोपित वेटर का काम करते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी