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काेरबा, 14 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ पावर जेनरेशन कंपनी के दर्री कोरबा स्थित पाॅवर प्लांट के स्विच यार्ड में शुक्रवार दोपहर भीषण आग लग गई। आग पर काबू पाने की कोशिश हो रही है, किंतु अब तक पूरी सफलता नहीं मिली है। इस घटना से पाॅवर प्लांट की 210 मेगावाट वाली दो इकाइयों से उत्पादन ठप्प हो गया है। हादसे का बड़ा कारण रखरखाव में लापरवाही बताया जा रहा है।
पावर जेनरेशन कंपनी के हसदेव ताप विद्युत संयंत्र ( एचटीपीएस) के स्विच यार्ड में शुक्रवार दोपहर लगभग दो बजे आग लग गई। आग ने प्लांट के आईटीएस ट्रांसफार्मर को चपेट में ले लिया। जानकार सूत्र ने बताया कि प्लांट में बनने वाली बिजली को यह ट्रांसफार्मर ग्रिड में भेजने के लिए उपयुक्त करेंट में बदलता है। ऐसे में प्लांट की 210 मेगावाट वाली यूनिट 3,4 से उत्पादन बंद करना पड़ा। आग तेजी से फैल गई। बताया जा रहा कि इसकी चपेट में 2 से 3 अन्य ट्रांसफार्मर भी आ गए है। आग इतनी भीषण हे कि कई घंटाें से फायर ब्रिगेड का दस्ता इसे काबू करने की कोशिश कर रहा है, किंतु पूरी तरह से आग अब भी कंट्रोल नहीं हुई है। आस पास से गुजर रहे लोग आग की लपटों को देख रहे थे, वहीं धुंए का गुब्बार कई किलोमीटर दूर से दिख रहा था।
1840 मेगावाट का है पावर प्लांट
इस पावर प्लांट में 210 मेगावाट की चार और 500 मेगावाट की एक यूनिट है। अभी जब गर्मी में बिजली की मांग बढ़ गई है, तब इस हादसे से 210 मेगावाट की दाे यूनिट में उत्पादन बंद करना पड़ा है। इस संबंध में अभी प्रबंधन की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि इससे करोड़ों को नुकसान हुआ है। ट्रांसफार्मर के अलावा बड़ी क्षति विद्युत उत्पादन बंद करने से होगी। प्लांट के रखरखाव में लापरवाही इस हादसे का एक बड़ा कारण बताया जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी