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जलपाईगुड़ी, 04 फरवरी (हि. स.)। जिला न्यायालय की थर्ड कोर्ट के न्यायाधीश विप्लव राय ने पत्नी और 18 महीने की बेटी की निर्मम हत्या के मामले में आरोपित को फांसी की सजा सुनाई है। मार्च 2023 में नागराकाटा के लुकसान चाय बागान निवासी लाल सिंह उरांव ने अपनी पत्नी और बेटी की हत्या कर दी थी। बाद में खुद भी आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन वह बच गया। पुलिस जांच के बाद पिछले साल 18 दिसंबर को आरोप तय किए गए थे। फिर कुल 13 गवाहों की गवाही के आधार पर लाल सिंह को दोषी करार दिया गया।
सरकारी अधिवक्ता प्रसेनजीत देव ने बताया कि न्यायाधीश ने लाल सिंह के अपराध की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को फांसी की सजा सुनाई है।
उल्लेखनीय है कि लाल सिंह सारा दिन नशे में धुत रहता था। वह शराब के लिए पैसे जुटाने के लिए लगभग हर दिन अपनी पत्नी सखी उरांव को शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता था। सखी ने ये बात अपनी मां को भी बताई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। घटना के दिन मंगलवार तड़के लाल सिंह ने अपनी पत्नी सखी उरांव और बेटी ममता उरांव की सोते समय धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। बाद में खुद भी आत्महत्या करने का कोशिश किया।
बगल के कमरे से आवाज सुनकर लाल सिंह उरांव के बड़ा भाई पन्नालाल उरांव बाहर आये और खून से लटपट घायल लाल सिंह उरांव को अस्पताल पहुंचाया। शुरुआत में लाल सिंह ने पुलिस के सामने यह साबित करने की कोशिश की कि घर में डकैती हुई है, लेकिन पुलिस जांच में पूरा मामला साफ हो गया। इसके बाद आरोपियों पर मुकदमा चलाने की प्रक्रिया शुरू हुई। न्यायाधीश ने 13 गवाहों के साक्ष्य के आधार पर लाल सिंह उरांव को फांसी की सजा सुनाई।
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन कुमार