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नई दिल्ली/गुवाहाटी, 11 फरवरी (हि.स.)। जोरहाट के सांसद एवं लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के उपनेता गौरव गोगोई ने मंगलवार काे लोकसभा में शूल्यकाल के दौरान तिब्बत में जलविद्युत उत्पादन के लिए यारलुंग त्सांगपो नदी पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बनाने की चीन की योजना काे लेकर गंभीर चिंता जताई।
संसद में अपना वक्तव्य रखने के दाैरान कांग्रेस संसदीय दल के उपनेता गौरव गोगोई ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, जल सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए इस परियोजना के गहन निःहितार्थों पर जोर दिया और सरकार से तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया। गोगोई ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उन्होंने पहले ही रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री दोनों के साथ ब्रह्मपुत्र के जल संसाधनों पर चीन के असंगत नियंत्रण के बारे में चिंता जताई है। उन्होंने चीन के जल आपूर्ति में संभावित रूप से हेरफेर करने के जोखिम को रेखांकित किया, जिससे भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में विनाशकारी बाढ़ या विनाशकारी सूखा पड़ सकता है।
सांसद गाेगाेई ने संवेदनशील भू-राजनीतिक माहौल को देखते हुए भारत को किसी भी परिदृश्य के लिए पूरी तरह से तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्हाेंने सरकार से चीन के साथ महत्वपूर्ण जल विज्ञान संबंधी डेटा, विशेष रूप से बाढ़ के पूर्वानुमान और प्रबंधन के लिए साझा करने को सुनिश्चित करने वाले समझौते को आगे बढ़ाने का आग्रह किया। सांसद ने केंद्र सरकार से भारत के हितों और क्षेत्रीय स्थिरता की रक्षा के लिए तेजी से कार्य करने का भी आग्रह किया।
उल्लेखनीय है कि दरंग-उदालगुड़ी के सांसद एवं भाजपा के असम प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सैकिया ने भी सोमवार को लोकसभा में इस मुद्दे को जोरशोर से उठाकर केंद्र सरकार से इस पर आवश्यक कदम उठाने की मांग की थी। आज कांग्रेस ने भी तिब्बत में बनने वाले बड़े बांध को लेकर चिंताई जताई है।
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय