गतिशक्ति मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल्स से औद्योगिक विकास और कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा : रेल मंत्री
नई दिल्ली, 3 दिसंबर (हि.स.)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि रेलवे की गतिशक्ति मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल्स (जीसीटी) पहल देश में औद्योगिक विकास, कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स दक्षता को नई गति दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बुधवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान


नई दिल्ली, 3 दिसंबर (हि.स.)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि रेलवे की गतिशक्ति मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल्स (जीसीटी) पहल देश में औद्योगिक विकास, कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स दक्षता को नई गति दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के विजन के अनुरूप अब तक 130 गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल्स विकसित किए जा चुके हैं।

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान रेल मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री ने विभिन्न परिवहन मॉडलों को जोड़ने की जो पहल की है, उसी सोच के तहत रेलवे ने गतिशक्ति मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल्स का अत्यंत प्रभावी मॉडल तैयार किया है। यह नीति उद्योगों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रही है।”

उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों का उल्लेख सांसदों ने किया है, वहां भी औद्योगिक विकास की व्यापक संभावनाएं हैं। यदि 30–40 किमी का कोई कनेक्टिंग सेक्शन आवश्यक होता है तो उसे भी इस कार्यक्रम के तहत विकसित किया जा सकता है। रेल मंत्री ने सुझाव दिया कि सांसद, राज्य सरकार और रेलवे अधिकारी मिलकर संबंधित ग्रामीण क्षेत्रों में औद्योगिक विकास की संभावनाओं पर बैठक करें।

अश्विनी वैष्णव ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी अन्य रेल परियोजना की अलाइनमेंट को आवश्यकतानुसार बदला जा सकता है, इसमें कोई कठोर बाध्यता नहीं है।

प्रधानमंत्री कार्यालय का नया नाम ‘सेवा तीर्थ’ होने का उल्लेख करते हुए रेल मंत्री ने कहा, “यह नाम इस सरकार की जनता की सेवा के प्रति समर्पित भावना को दर्शाता है और हम उसी भावना के साथ कार्य कर रहे हैं।”

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार