आसियान देशों ​के लिए तैनात आईसीजी का 'विग्रह​' जहाज जकार्ता​ बंदरगाह पर पहुंचा
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने आसियान देशों के लिए अपने जहाज 'विग्रह​' को तैनात किया है, जो इस समय ​जकार्ता​ पहुंचा है।

ICG

- भारतीय जहाज ने जकार्ता विजिट के दौरान इंडिया-इंडोनेशिया कोस्ट गार्ड कोऑपरेशन को मजबूत किया

​नई दिल्ली, 03 दिसंबर (हि.स.)​।​ भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने आसियान देशों के लिए अपने जहाज 'विग्रह​' को तैनात किया है, जो इस समय ​जकार्ता​ पहुंचा है। ​इंडोनेशिया के इस बंदरगाह पर 05 दिसंबर तक तैनाती के दौरान भारतीय नौसैनिक इंडोनेशियाई समुद्री सुरक्षा एजेंसी​ के साथ प्रोफेशनल बातचीत, टेबलटॉप एक्सरसाइज, शिपबोर्ड ड्रिल और जॉइंट ट्रेनिंग सेशन​ सहित कई​ अन्य तरह की​ गतिविधियों में हिस्सा लेंगे।​

आईसीजी​ के कमांडर अमित उनियाल ने बताया कि जहाज की यह तैनाती ​​पोर्ट कॉल एक्ट ईस्ट पॉलिसी, क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास और इंडो-पैसिफिक महासागर पहल​ के हिसाब से​ क्षेत्रीय साझेदारों के साथ​ समुद्री सहयोग बढ़ाने के​ लिए की गई है। ​इस यात्रा से क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और ​पर्यावरण प्रबंधन​ को बढ़ावा देने में​ दोनों देशों के तटरक्षक बलों में तालमेल बढ़ेगा।​ उन्होंने बताया कि भारत-इंडोनेशिया समुद्री साझेदारी ​के लिए जुलाई​, 2020 में ​एक ​समझौता किया गया था​। ​यह ​ऐतिहासिक समझौता समुद्री कानून प्रवर्तन में ऑपरेशनल जुड़ाव और सहयोग का समर्थन करता है​।

​उन्होंने बताया कि इस समुद्री कानून लागू को करने, मिलकर पेट्रोलिंग, सर्च और रेस्क्यू करने, समुद्री प्रदूषण से निपटने, समुद्री सूचनाएं साझा करने के लिए एक ढांचा बनाया गया है। इस समझौते ने दोनों एजेंसियों के बीच लगातार बातचीत को मुमकिन बनाया है, जिससे संयुक्त समुद्री ऑपरेशन के दौरान बेस्ट प्रैक्टिस, प्रोफेशनल ट्रेनिंग और बेहतर इंटरऑपरेबिलिटी का लेन-देन आसान हुआ है। भारतीय तटरक्षक बल के जहाज 'विग्रह' का दौरा इसी मुहिम को जारी रखने का प्रयास है और द्विपक्षीय ढांचे के तहत हुई ठोस प्रगति का प्रदर्शन है। तीन दिन के दौरे के दौरान दोनों देश समुद्री कानून प्रवर्तन, समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया और समुद्री खोज और बचाव पर ध्यान केंद्रित करेंगे। रवानगी से पूर्व दोनों तटरक्षक बलों के बीच पैसेज एक्सरसाइज परिचालन सामंजस्य, संचार प्रक्रिया और नाविक समन्वय को और बढ़ाएगी।

भारत और इंडोनेशिया​ ​​इंडो-पैसिफिक में समुद्री लोकतंत्र, नियम-आधारित अंतर​राष्ट्रीय व्यवस्था का नेतृत्व​ बनाए रखने के लिए​ प्रतिबद्ध हैं।​ ​पिछले कुछ सालों में​ भारत और इंडोनेशिया ने ​​नियमित उच्चस्तरीय दौरे, द्विपक्षीय प्रशिक्षण आदान-प्रदान, समन्वित गश्त और​ ​​इंडो-पैसिफिक मैरीटाइम इनिशिएटिव के माध्यम से सहयोग की मज​बूत परंपरा बनाई है। इंडोनेशिया ​नियमित तौर पर ​भारतीय तटरक्षक बल​ के ​​क्षमता निर्माण कार्यक्रम और स्पेशल कोर्स में हिस्सा लेता है, जबकि इंडोनेशियाई ​बंदरगाह पोर्ट पर जाने वाले ​आईसीजी के जहाजों ने ​​प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और क्रॉस-डेक इंटरैक्शन​ को आसान बनाया है। ​

​उन्होंने बताया कि जकार्ता ​का पूरा होने पर​ आईसीजी का जहाज 'विग्रह​' मलेशिया के​ बंदरगाह क्लैंग के लिए रवाना होगा और​ आसियान देशों में अपनी ऑपरेशनल तैनाती जारी रखेगा। इस तैनाती का मकसद क्षेत्रीय जुड़ाव को बढ़ाना, मिलकर काम करने वाले रिस्पॉन्स सिस्टम को मजबूत करना और इंडो-पैसिफिक में समुद्र में शांति, स्थिरता और अच्छे ऑर्डर में योगदान देना है।​ इस तरह ​'विग्रह​' का दौरा​ सिर्फ दो देशों के बीच जुड़ाव ही नहीं है, बल्कि उन साझा मूल्यों, समुद्री जिम्मेदारियों और​ रणनीतिक विजन की फिर से पुष्टि करता है​, जो भारत और इंडोनेशिया को सुरक्षित, खुशहाल और नियमों पर आधारित इंडो-पैसिफिक की उनकी कोशिश में बांधते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत निगम