रात्रि सफाई में भारी लापरवाही, नगर आयुक्त ने फर्मों और अफसरों पर कसा शिकंजा
रात्रि सफाई में भारी लापरवाही, नगर आयुक्त ने फर्मों और अफसरों पर कसा शिकंजा
स्वास्थ्य विभाग समीक्षा बैठक में सफाई व्यवस्था पर चर्चा करते अधिकारी।


बरेली, 17 दिसंबर (हि.स.) । नगर निगम में बुधवार स्वास्थ्य विभाग की कार्यो की समीक्षा बैठक आहूत की गई, जिसमें नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त, संयुक्त नगर आयुक्त, महाप्रबंधक-जल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, पर्यावरण अभियन्ता, लेखाधिकारी, उप नगर स्वास्थ्य अधिकारी, जोनल सेनेट्री अधिकारी, मुख्य सफाई निरीक्षक सहित अन्य अधिकारी और फर्म प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

बैठक में नगर आयुक्त द्वारा मंगलवार की रात्रि 9 से 12 बजे तक नगर निगम क्षेत्र की रात्रि सफाई व्यवस्था का निरीक्षण प्रस्तुत किया गया। निरीक्षण के दौरान डेलापीर से स्टेशन रोड, गाँधी उद्यान व अन्य मार्गों पर सफाई व्यवस्था अव्यवस्थित पाई गई और कोई कर्मचारी अनुपस्थित मिला। इस पर अनुबंधित फर्मों के चार दिन के मानदेय में कटौती की गई और भविष्य में कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई। नगर स्वास्थ्य अधिकारी एवं उप नगर स्वास्थ्य अधिकारी के शिथिल पर्यवेक्षण को भी जिम्मेदार ठहराया गया।

मिनीवाईपास रोड एवं अन्य क्षेत्रों का औचक निरीक्षण में सफाई व्यवस्था अव्यवस्थित पाई गई। वार्ड-10, मुन्शीनगर में 3500 हाउसहोल्ड में से लगभग 1800 का डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रह असंतोषजनक पाया गया, जिस पर संबंधित निरीक्षक के वेतन पर रोक लगाने के आदेश दिए गए।

नगर निगम क्षेत्रीय शौचालयों की स्थिति पर भी समीक्षा हुई। सभी संचालकों और निरीक्षकों को एक सप्ताह में शौचालयों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। पर्यावरण अभियन्ता को शौचालयों की स्थिति का निरीक्षण कर बुकलेट तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा गया।

नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने कहा, “सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समय पर कर्मचारियों की उपस्थिति और फर्मों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है। नगर निगम का लक्ष्य जनता को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है और इसके लिए अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि सफाई व्यवस्था में सुधार न होने पर संबंधित फर्मों और अधिकारियों के खिलाफ और सख्त कदम उठाए जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार