बर्खास्त अनुसेवकों ने समायोजन को लेकर किया प्रदर्शन, पूर्व स्‍पीकर ने दिया समर्थन
पलामू, 16 दिसंबर (हि.स.)। समायोजन की मांग को लेकर जिला बर्खास्त 251 अनुसेवक संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में अनुसवकों ने मंगलवार को रैली निकालकर समाहरणालय गेट पर प्रदर्शन किया। साथ ही जल्द समायोजन करने की मांग की। इससे पहले साहित्य समाज चौक स्थित मैद
बर्खास्त अनुसेवकों के आन्दोलन को संबोधित करते नामधारी


पलामू, 16 दिसंबर (हि.स.)। समायोजन की मांग को लेकर जिला बर्खास्त 251 अनुसेवक संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में अनुसवकों ने मंगलवार को रैली निकालकर समाहरणालय गेट पर प्रदर्शन किया। साथ ही जल्द समायोजन करने की मांग की। इससे पहले साहित्य समाज चौक स्थित मैदान से रैली निकाली गई। हाथों में तख्तियां लिए बर्खास्त अनुसेवक छहमुहान होते कचहरी पहुंचे और प्रदर्शन किया।

अनुसेवकों की मांगों का समर्थन करते हुए आन्दोलन में पूर्व विधानसभा अध्‍यक्ष (स्पीकर) इंदर सिंह नामधारी भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि बर्खास्त 251 अनुसेवक 8 से 10 साल काम करने के बाद उनकी बहाली को तकनीकी रूप से खामी बताकर सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया। साथ ही बहाली विज्ञापन पर सवाल उठाया गया। उन्‍होंने कहा कि विज्ञापन निकालने में अनुसेवकों की कोई भूमिका नहीं है।

उन्होंने छतीसगढ का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के बर्खास्त 2600 कर्मियों को वापस अन्य बहालियों में शामिल कर लिया गया है। झारखंड छतीसगढ से गरीब राज्‍य नहीं है। पलामू जिले में नौकरी बड़ी महंगी होती है। उन्होंने मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री से आग्रह किया कि सभी 251 बर्खास्त अनुसेवकों का समायोजन करें। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने वादा किया है कि अनुसेवकों की क्षमता को देखा जाएगा। मुझे पूरा उम्मीद है कि सफलता जरूर मिलेगी।

वहीं बर्खास्त अनुसेवकों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि उन्हें जल्द समायोजन किया जाएगा, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। नौकरी से हटाए जाने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है और भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। कई अनुसेवकों की मौत हो गई है। बेरोजगारी के कारण ना तो अनुसेवक घर चला पा रहे हैं और ना ही अपने बेटे बेटियों की शादी कर पा रहे हैं। लगी हुई शादी भी कट गई है। प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के नाम एक मांग पत्र उपायुक्त को सौंपा गया।

इधर, रैली जैसे ही छहमुहान पर पहुंची, सडक जाम हो गई। ट्रैफिक प्रभारी सतेन्द्र कुमार दुबे ने अनुसेवकों को समझाकर भीड़ को शांत कराया और स्थिति को नियंत्रण में किया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार