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जयपुर, 12 दिसंबर (हि.स.)। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने वन रक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने वाले शातिर बदमाश केडी डॉन से पूछताछ के बाद कई महत्वपूर्ण खुलासे किए है। एसओजी की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों ने प्रेस से ही पेपर चुराया था। पूछताछ में सामने आया की पेपर चुराने के लिए जानबूझकर पेपर शीट को गंदा किया गया था। जिसे नष्ट करने के लिए डिस्ट्रॉय बॉक्स में डालकर दूसरे पेपर से बदल प्रिंटिंग प्रेस के स्टॉफ की मदद से दोनो पारियों के पेपर चुराए गए थे। एसओजी इस मामले में लिप्त अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है।
एडीजी विशाल बंसल ने बताया की वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2020 का पेपर 13 नवम्बर 2022 को दो परियों में आयोजित किया गया था। वन रक्षक भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट के माध्यम से ब्लूटूथ से पेपर दिए जाने की शिकायत मिली। शिकायत मिलने के बाद एसओजी ने बांसवाड़ा में कई मामले दर्ज किए। जिसके बाद इस भर्ती परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी ओर गिरोह का हाथ होने की पुख्ता जानकारी मिलने के बाद एसओजी ने वर्ष 2020 में जांच शुरु की। जिसके बाद एसओजी ने कंवराराम निवासी उदयपुर निवासी को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में सामने आया की कंवराराम ने कई अभ्यार्थियों को एग्जाम से पहले लीक पेपर को पढ़वाया था। पेपर लीक मामले में हीरालाल और कंवराराम ने पूछताछ के दौरान बताया कि यह पेपर जबराराम से मिला था। एसओजी ने जबराराम का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने नहर कॉलोनी बाड़मेर निवासी जबराराम की काफी तलाश की । लेकिन आरोपी भूमिगत हो गया। जिसके बाद एसओजी ने आरोपी जबराराम जाट पर पचास हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। डीआईजी परिस देखमुख के नेतृत्व में गठित टीम ने 8 दिसम्बर को जबराराम जाट को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया है कि सरगना जबराराम ने ये पेपर भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस से 25 लाख रुपए में खरीदा था और कई ग्रुपों में बेचकर डेढ लाख रुपयों की अवैध कमाई की थी। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी जबराराम जाट वर्ष -2019 में बाड़मेर की सरकारी स्कूल में अध्यापक के पद पर कार्यरत था। लेकिन पेपर लीक प्रकरणों में शामिल होने के कारण उसे बर्खास्त कर दिया गया था।
केडी डॉन ने ही चुराया प्रिंटिंग प्रेस से पेपर
गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि आरोपी खिलान सिंह उर्फ केडी डॉन सुखी सेबनिया , भोपाल निवासी ने ही प्रिंटिंग प्रेस में स्टाफ के सहयोग से पेपर चोरी किया था। जिसके बाद एसओजी ने केडी डॉन को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी खिलान सिंह ने चुराए पेपर को 23 लाख रुपए में जबराराम जाट दिया था। आरोपी खिलान सिंह वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस से जुड़ा था। एक कंपनी में बाइंडिंग का काम करता था। जिसके कारण उसको प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाला स्टाफ जानता था। प्रिंटिंग प्रेस स्टाफ की मदद से आरोपी खिलान सिंह ने वनरक्षक भर्ती परीक्षा की दोनों परियों के पेपर चुरा लिए । प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाले कुछ कर्मियों के नाम सामने आने पर एसओजी टीमों की ओर से उनकी तलाश की जा रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश