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श्रीनगर , 2 नवंबर (हि.स.)। श्रीनगर में खेली जा रही इंडियन हेवन प्रीमियर लीग (आईएचपीएल ) टी20, जिसमें घाटी भर के अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय क्रिकेटर शामिल थे कथित तौर पर कई खिलाड़ियों द्वारा बकाया भुगतान न किए जाने के कारण मैचों का बहिष्कार करने के बाद पूरी तरह से अव्यवस्था में फंस गई है जिससे इस हाई-प्रोफाइल निजी क्रिकेट आयोजन में उथल-पुथल मच गई है।
हालांकि खिलाड़ियों ने लीग में बने रहने की अनिच्छा व्यक्त की है लेकिन जिन खिलाड़ियों को खेलना था उनमें से कई ने कहा कि उन्हें स्टेडियम में न आने के लिए कहा गया था क्योंकि तकनीकी समस्याओं के कारण मैच रद्द कर दिए गए थे। जानकारी के अनुसार स्थानीय और बाहरी क्रिकेटरों सहित कई खिलाड़ियों ने लीग आयोजकों द्वारा किए गए भुगतान के कथित रूप से विफल होने के बाद खेलने से इनकार कर दिया है।
इससे पहले घाटी के एक क्रिकेटर ने घोषणा की थी कि वह चल रही लीग में भाग नहीं लेंगे। उन्होंने अनियमितताओं, अनुबंध और भुगतान पर स्पष्टता का हवाला दिया था। इस बीच खिलाड़ियों द्वारा मैदान पर उतरने से इनकार करने के बाद, शनिवार और आज बख्शी स्टेडियम में होने वाले मैच भी रद्द कर दिए गए।
इसके अलावा जम्मू और कश्मीर खेल परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परिषद का इस लीग से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि यह एक निजी आयोजन है। अधिकारी ने कहा कि उन्होंने केवल मैदान उपलब्ध कराया था, जिसके लिए परिषद के मानदंडों के अनुसार शुल्क लिया गया था। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू और कश्मीर सरकार का इस आयोजन से कोई लेना-देना नहीं है।
एक खिलाड़ी जिसका मैच आज होना था ने कहा कि उसे तकनीकी समस्याओं के कारण मैदान पर न आने के लिए कहा गया था। एक प्रतिभागी खिलाड़ी ने केएनओ को बताया, मेरा मैच आज होना था और जब मैंने इसके बारे में पूछने के लिए अपने मैनेजर को फ़ोन किया, तो उन्होंने मुझे स्टेडियम न आने के लिए कहा क्योंकि कुछ तकनीकी समस्याएँ थीं।
इसके अलावा सात खिलाड़ियों से संपर्क करने की कोशिश की जिनमें से चार ने जवाब दिया जबकि तीन अन्य के फ़ोन का कोई जवाब नहीं मिला। जिन खिलाड़ियों ने जवाब दिया उन सभी ने कहा कि वे इस बात को लेकर असमंजस में थे कि लीग में असल में क्या हो रहा है और आज का मैच तकनीकी समस्याओं के कारण रद्द होने के निर्देश मिलने के बाद वे घर पर थे।
गौरतलब है कि कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पहले ही श्रीनगर छोड़ चुके हैं, जबकि कई क्रिकेटर मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर के रेडिसन कलेक्शन होटल में ही रुके हुए हैं। एक खिलाड़ी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लीग की स्थिति को लेकर अनिश्चितता है और उन्हें मामले के सुलझने तक होटल के अंदर ही रहने के लिए कहा जा रहा है और उन्हें बाहर जाने की 'अनुमति' नहीं है।
संकट को और बढ़ाते हुए एक खिलाड़ी ने बताया कि कैटरिंग स्टाफ, बस ड्राइवरों और अन्य लोगों के भी फ़ोन आए हैं जो दावा कर रहे हैं कि उन्हें भी भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि वे भी असमंजस में हैं और उन्हें डर है कि उन्हें अपना पैसा नहीं मिलेगा। हमने सुना है कि कुछ आयोजक कल देर रात होटल से चले गए होंगे। यह बताना ज़रूरी है कि इस लीग का प्रचार और प्रसार जम्मू-कश्मीर के एक जाने-माने क्रिकेटर ने किया था।
चूँकि आईएचपीएल को बीसीसीआई या जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) से मान्यता प्राप्त नहीं है, इसलिए जवाबदेही, वित्तीय पारदर्शिता और ऐसे निजी तौर पर संचालित टूर्नामेंटों में शामिल खिलाड़ियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं हालाँकि इस मामले पर किसी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता