श्री विष्णु गायत्री महायज्ञ में सैकड़ो श्रद्धालुओं ने अर्पित की आहुतियां
श्री विष्णु गायत्री महायज्ञ में सैकड़ो श्रद्धालुओं ने अर्पित की आहुतियां


श्री विष्णु गायत्री महायज्ञ में सैकड़ो श्रद्धालुओं ने अर्पित की आहुतियां


जयपुर, 2 नवंबर (हि.स.)। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में रविवार को कार्तिक शुक्ल एकादशी को आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर के पीछे स्थित जय निवास उद्यान में मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में पंच कुंडीय श्री विष्णु गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण की कामना के साथ आहुतियां अर्पित की।

गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी की गायत्री कचोलिया, गायत्री तोमर, डॉ अजय भारद्वाज, दृष्टि की टोली ने प्रज्ञा गीतों के साथ यज्ञ संपन्न कराया। विष्णु गायत्री मंत्र से विशेष आहुतियां प्रदान की गईं। यज्ञ का शुभारंभ मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने ठाकुर श्री राधा गोविंद देव जी, मां गायत्री और गुरु सत्ता के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। प्रारंभ में गुरु वंदना, मंगलाचरण, षट्कर्म, देव आह्वान, षोडशोपचार पूजन, अग्नि प्रज्ज्वलन किया गया। गायत्री और महामृत्युंजय मंत्र से आहुतियां प्रदान की गई। यज्ञ के दौरान हवन सामग्री की सुगंध से यज्ञ शाला सुवासित हो उठी। डॉ अजय भारद्वाज ने कहा कि यज्ञ सत्कर्म का दूसरा नाम है।। हमें अपने ज्ञान , समय , साधन , प्रभाव धन का एक अंश नियमित रूप से समाज सेवा में लगाते रहें। एक बुराई छोड़ने एक अच्छाई ग्रहण करने के साथ पूर्णाहुति की गई। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने युग निर्माण सत्संकल्प पत्र का पाठ किया। इससे पूर्व श्रद्धालुओं को ठाकुरजी के दर्शन-परिक्रमा की । श्रद्धालुओं ने अपने हाथों से शालिग्रामजी का पंचामृत अभिषेक किया। चार माह क्षीर सागर में विश्राम करने के बाद उठने वाले ठाकुरजी का अभिषेक जल भक्तों को चरणामृत के रूप में प्रदान किया गया। यज्ञ रूप प्रभु हमारे भाव उज्जवल कीजिए गीत के साथ श्रद्धालुओं ने यज्ञशाला की परिक्रमा की। गायत्री चेतना केंद्र जनता कॉलोनी की ओर से पुस्तक मेला लगाया गया जिसमें लोगों ने उत्साह के साथ प्रेरक साहित्य लागत मूल्य पर खरीदा। घर में प्रतिदिन अग्नि पर भोग लगाने के लिए तांबे का बलिवैश्व पात्र लोगों को लागत मूल्य पर उपलब्ध कराया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश