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गुवाहाटी, 02 नवम्बर (हि.स.)। असम के जोरहाट से कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई ने पूर्वोत्तर भारत के कई विश्वविद्यालयों, विशेष रूप से तेजपुर विश्वविद्यालय, नॉर्थ-ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी (नेहू) और गौहाटी विश्वविद्यालय में उत्पन्न चिंताजनक परिस्थितियों पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
सांसद ने अपने साेशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि कुलपतियों की कार्यशैली को लेकर उठे विवादों ने छात्रों और शिक्षकों के बीच असंतोष का माहौल पैदा कर दिया है, जिससे इन विश्वविद्यालयों की कार्यक्षमता और रैंकिंग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इससे इन विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन और रैंकिंग पर असर पड़ा है। मैंने तेजपुर विश्वविद्यालय के संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा है, लेकिन मेरी चिंता पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र तक फैली हुई है।
प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में, गोगोई ने इस बात पर ज़ोर दिया कि ऐतिहासिक असम समझौते के तहत स्थापित तेजपुर विश्वविद्यालय लंबे समय से पूर्वोत्तर में उच्च शिक्षा और नवाचार के एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य करता रहा है। उन्हाेने कहा कि आने वाले संसद सत्र में पूर्वोत्तर के उच्च शिक्षण संस्थानों में व्याप्त संकट का मुद्दा प्रमुखता से उठाएंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश