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हवाना, 29 अक्टूबर (हि.स.)। तूफान 'मेलिसा' 120 मील प्रति घंटे की तेज हवा के साथ बुधवार सुबह क्यूबा के पूर्वी तट पर चिविरिको शहर के पास पहुंचा। इस दाैरान क्षेत्र में जानलेवा तूफ़ानी लहराें और बाढ़ के कारण कम से कम 10 लोगों की मौतकीखबरहैजबकिसैकड़ों घायल हैं। कई जगहों पर इंटरनेट कनेक्शन टूट गया है और प्रमुख हवाई अड्डे बंद रहे।
क्यूबा के अधिकारियों का कहना है कि अब तक 7,35,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है, जबकि राष्ट्रपति मिगुएल डियाज़-कानेल ने चेतावनी दी है कि यह 'बेहद मुश्किल रात' होगी।
हालांकि तूफ़ान मेलिसा अब कमजाेर पड़ रहा है, लेकिन यह पहले ही जमैका में भारी तबाही मचा चुका है, जिसे अधिकारियों ने आपदा क्षेत्र घोषित किया है।
खबराें के मुताबिक तूफान ने जमैका को बुरी तरह प्रभावित किया, जहां लगभग पच्चीस लाख लोग बेघर हो गए। क्यूबा के ग्रैन प्रांत में बिजली की आपूर्ति ठप है, पेड़ उखड़ गए और नदियां उफान पर हैं।
हालांकि राष्ट्रपति डियाज़-कानेल ने कहा, “हमारी क्रांतिकारी भावना हमें फिर से खड़ा करेगी।”
सेना और स्वयंसेवक राहत कार्य में लगे हैं।
क्यूबा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी दी कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्राें में बीमारियां फैल सकती हैं।
इस बीच राष्ट्रीय तूफ़ान केंद्र (एनएचसी) के मुताबिक मेलिसा द्वीप के दक्षिणी तट स्थित सैंटियागो डे क्यूबा प्रांत में पहुंचने से पहले ही कमज़ोर होकर 'श्रेणी तीन' में बदल गया था।
एनएचसी ने कहा कि तूफ़ान की अधिकतम गति लगभग 120 मील (195 किमी) प्रति घंटे थी, जो सैफिर-सिम्पसन पैमाने पर सबसे ज़्यादा, श्रेणी 3 और श्रेणी 5 के बीच रही।
इस बीच स्थानीय अधिकारियों ने छह पूर्वी प्रांतों में अलर्ट की स्थिति घोषित की है।
क्यूबा के पूर्व में स्थित हैती में अधिकारियों ने स्कूलों, व्यवसायों और सरकारी कार्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नवनी करवाल