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सरकार तक पहुंची शिकायत तो मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम पहुंची जांच करनेनिगम के 20 से 25 उपमंडल अभियंताओं को जांच में शामिल करने की चर्चाहिसार, 24 अक्टूबर (हि.स.)। बाढ़ बचाव प्रबंधों के नाम पर बिजली निगम के अधिकारियों द्वारा उकलाना क्षेत्र में कुछ ढाणियों को फर्जी ट्यूबवैनल कनेक्शन दिए जाने का मामला सामने आया है। सूचना के बाद मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम जांच के लिए पहुंची तो विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि लगभग 20 से 25 उपमंडल अभियंता इस जांच में शामिल किए गए हैं।बताया जा रहा है कि बिजली निगम ने बाढ़ व जलभराव प्रबंधों के नाम पर ढ़ाणियों को कनेक्शन जारी कर दिए। इसकी सूचना सरकार तक पहुंची तो मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम शुक्रवार को जांच के लिए क्षेत्र में पहुंच गई। गत माह हुई भारी वर्षा के बाद क्षेत्र के अनेक गांवों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इस दौरान व्यवस्था सुचारु करने के लिए बिजली विभाग को निर्देश दिए गए थे कि सिंचाई विभाग को अस्थायी ट्यूबवेल कनेक्शन जारी किए जाएं। बताया जा रहा है कि इस प्रक्रिया की आड़ में विभाग के अधिकारियों द्वारा ढाणियों को कुछ फर्जी ट्यूबवेल कनेक्शन जारी कर दिए गए। बताया जा रहा है कि बिजली निगम के अधिकारियों द्वारा ढ़ाणियों को फर्जी कनेक्शन जारी करने की सूचना सरकार तक पहुंच गई। इसी संबंध में मिली शिकायत के बाद मुख्यमंत्री उड़नदस्ता टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का अवलोकन किया। सूत्रों का कहना है कि लगभग 20 से 25 उपमंडल अभियंता इस जांच में शामिल किए गए हैं। टोहाना के कार्यकारी अभियंता कृष्ण कुमार को भी जांच टीम में जोड़ा गया है। यही नहीं, कुछ स्थानों पर बिजली निगम द्वारा जारी सामान भी मौके पर नहीं मिला वहीं ट्यूबवेल भी मौजूद नहीं मिला। विभाग ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। सूत्रों का कहना है कि अगर जांच निष्पक्ष रूप से हुई, तो कई अधिकारी इस कार्रवाई की जद में आ सकते हैं।इस विषय पर जांच के लिए पहुंचे कार्यकारी अभियंता कृष्ण कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जांच चल रही है अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। अधीक्षक अभियंता एसएस राय से बात की उन्होंने कहा कि जांच जारी है। इसके बावजूद निगम के सूत्रों का कहना है कि जांच का दायरा बढ़ाने व निष्पक्ष जांचं की जरूरत है। यदि निष्पक्ष जांच हुई तो बिजली अधिकारियों का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर