केदारनाथ धाम के क्षेत्र रक्षक भकुंट भैरवनाथ के कपाट बंद
बाबा केदारनाथ धाम के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ भगवान के कपाट बंद


देहरादून, 18 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तराखंड में बाबा केदारनाथ धाम के क्षेत्र रक्षक भकुंट भैरवनाथ कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। इसके साथ ही केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। 23 अक्टूबर को भगवान केदारनाथ के कपाट बंद किए जाएंगे।

भगवान केदारनाथ के क्षेत्र रक्षक के रूप में पूजे जाने वाले भकुंट भैरवनाथ के कपाट विधि विधान से दोपहर एक बजकर 15 मिनट पर बंद किए गए। इससे पहले केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना और भोग लगाया गया। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) मुख्य कार्याधिकारी, केदार सभा तथा पंच पंडा समिति की मौजूदगी में कपाट बंद किए गए। केदारनाथ धाम के पुजारी बागेश लिंग, धर्माधिकारी औंकार शुक्ला, वेदपाठी यशोधर मैठाणी और तीर्थ पुरोहितों ने पूजा-अर्चना संपन्न की। स्थानीय पकवानों और रोट का भोग लगाया। हवन यज्ञ के साथ कपाट बंद की प्रक्रिया पूरी की गई।

इस अवसर पर बीकेटीसी कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल, बीकेटीसी सदस्य विनीत पोस्ती, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पूर्व अध्यक्ष विनोद शुक्ला, मंत्री राजेंद्र तिवारी, संतोष त्रिवेदी, भैरवनाथ पश्वा अरविंद शुक्ला, अनिल शुक्ला, अंकित सेमवाल, उमेश पोस्ती, बीकेटीसी प्रभारी अधिकारी केदारनाथ यदुवीर पुष्पवान आदि मौजूद रहे। श्री भैरवनाथ जी के कपाट बंद होने के साथ ही अब श्री केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने की तैयारी व पंचमुखी डोली की पूजा-अर्चना की तैयारियां शुरू हो गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल