अयोध्या का क्षेत्रीय ट्रेड शो बना स्थानीय उद्यमियों और कारीगरों के आत्मनिर्भर बनने का माध्यम
क्षेत्रीय ट्रेड शो बना लगे स्टाल


क्षेत्रीय ट्रेड शो बना लगे स्टाल


- अयोध्या में लगा यूपी क्षेत्रीय ट्रेड शो 2025 स्वदेशी मेला

अयोध्या, 18 अक्टूबर (हि.स.)। फिक्की एवं उद्योग विभाग की ओर से अयोध्या में यूपी क्षेत्रीय ट्रेड शो 2025 स्वदेशी मेला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें अयोध्या और देवीपाटन मंडल के हस्तशिल्पी, कारीगर, उद्यमी और स्वदेशी उत्पादों को नया बाजार मिल रहा है। यह तीन दिवसीय ट्रेड शो 17 से 19 अक्टूबर तक महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस मेले में दोनों मंडलों के उद्यमियों की विशेष भागीदारी सुनिश्चित की गई है। दीपावली से पहले स्थानीय उत्पादों की खरीद-बिक्री से मेले में रौनक बढ़ गई है। सीएम योगी के ‘स्वदेशी व आत्मनिर्भर यूपी’ संकल्प को इस आयोजन से काफी बल मिल रहा है।

पूरी तरह प्रदूषण मुक्त मधुमक्खी के मोम से बनी स्टाइलिश मोमबत्तियां

बहराइच के हॉन्वेक्स प्रोसेसिंग ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर शत्रुघ्न यादव ने बताया कि उनकी यूनिट द्वारा तैयार मधुमक्खी के मोम से बने दिए सामान्य दिए की तुलना में अधिक देर तक जलते हैं और ये पूरी तरह प्रदूषण मुक्त हैं। उनका वेस्ट भी बेकार नहीं जाता। इसे एड़ियों में मॉश्चराइजर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही, मधुमक्खी के मोम से बनी स्टाइलिश मोमबत्तियां सजावट के लिए भी खूब पसंद की जा रही हैं। यही नहीं, एक महीने की प्रोसेसिंग से तैयार लीची, यूकेलिप्टस, जामुन, बेर, नीम, सरसों सहित कई तरह के शहद भी यहां उपलब्ध हैं।

स्थानीय किसानों के उत्पादों को मिल रहा बाजारसूर्या एग्रो रुदौली के आदर्श तिवारी ने बताया कि उनके यहां पूरी तरह ऑर्गेनिक मसाले, हल्दी, धनिया, मिर्च, सत्तू और बेसन जैसे उत्पाद तैयार किए जाते हैं। इनका कच्चा माल स्थानीय किसानों से खरीदा जाता है, जिससे किसानों को रोजगार और बेहतर आमदनी मिल रही है।

मसाले, आचार और गुड़ ने राष्ट्रीय स्तर तक पहचान बनाईगोनार्द फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी, गोंडा के सीईओ रविशंकर सिंह ने बताया कि उनकी यूनिट के ज्वार, बाजरा, रागी, सांवा चावल, कोदो चावल, चीना, जौ, अलसी, शहद, देशी कल्हरी दाल, मसाले, आचार और गुड़ जैसे उत्पादों की डिमांड पूरे साल बनी रहती है। इन उत्पादों ने अब स्थानीय से राष्ट्रीय स्तर तक पहचान बनाई है।

बाराबंकी के बैग और शॉल बने आकर्षण का केंद्रमेले में बाराबंकी की पारंपरिक शॉल, कपड़े से बने बैग, सदरी, फास्ट फूड की कार्ट, आइसक्रीम की गाड़ियां समेत बड़ी संख्या में उपकरण भी यहां उपलब्ध हैं। यहां आने वाले आगंतुक स्थानीय नवाचार और स्वदेशी उत्पादों से प्रभावित नजर आ रहे हैं।

स्वदेशी उद्यमियों को मिल रहा मंच, बढ़ रही आत्मनिर्भरतायूपी क्षेत्रीय ट्रेड शो 2025 न सिर्फ व्यापारिक मंच साबित हो रहा है, बल्कि यह स्थानीय उद्यमियों और कारीगरों के आत्मनिर्भर बनने का माध्यम भी बन गया है। अयोध्या और देवीपाटन मंडल के सैकड़ों उत्पादक अपने स्वदेशी ब्रांड को देशभर में पहचान दिलाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय