Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
- राज्यपाल ने असम कैबिनेट मंत्री के तौर पर दिलाई पद एवं गोपनियता की शपथ
गुवाहाटी, 18 अक्टूबर (हि.स.)। असम की राजनीति में आज एक अहम बदलाव देखने को मिला, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) नेता चरण बोडो ने शनिवार को असम स्टेट कैबिनेट के विस्तार के बाद कैबिनेट मिनिस्टर के तौर पर शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में हुआ, जहां राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा और बीपीएफ प्रमुख एवं बीटीसी के सीईएम हग्रामा मोहिलरी भी मौजूद थे।
चरण बोडो का कैबिनेट में शामिल होना, विपक्ष में सालों तक काम करने के बाद, रूलिंग एनडीए अलायंस में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट की ऑफिशियल वापसी का प्रतीक है। इस कदम को अगले विधानसभा चुनाव से पहले एक रणनीति तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है, जिससे राज्य सरकार में बीपीएफ पार्टी का रोल मजबूत होगा।
कॉटन कॉलेज से ग्रेजुएट और गौहाटी विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट, बोडो को बीपीएफ के होनहार युवा नेता में से एक माना जाता है। वह पहली बार 2016 में माजबाट चुनाव क्षेत्र से चुने गए थे और 2021 में फिर से चुने गए। अब तक विपक्ष की बेंच से काम कर रहे थे।
दुर्गा दास बोडो सहित कई वरिष्ठ बीपीएफ नेताओं की मौजूदगी के बावजूद, पार्टी ने 1979 में पैदा हुए तुलनात्मक रूप से कम उम्र के चरण बोडो को मंत्री पद के लिए चुना। यह फैसला पार्टी के नेतृत्व में संभावित पीढ़ीगत बदलाव का संकेत देता है और शासन में युवाओं के प्रतिनिधित्व पर बीपीएफ के फोकस को दिखाता है।
ज्ञात हो कि बीटीसी चुनाव में स्पष्ट बहुमत के साथ बीटीसी ने परिषद में अपनी सरकार बनाई है। बीटीसी चुनाव के बाद से ही बीपीएफ की एनडीए में पूरी तरह से वापसी दिखने लगी थी। अब देखना होगा कि बीटीसी की परिषद सरकार में भी भाजपा के पार्षदों को जगह मिल सकता है। --------------------
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय