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रांची, 15 अक्टूबर (हि.स.)। हटिया मजदूर यूनियन के तत्वावधान में बुधवार को एफएफपी बिल्डिंग शेड में बैठक आयोजित की गई। बैठक में बड़ी संख्या में स्थायी और सप्लाई मजदूर शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता यूनियन के अध्यक्ष भवन सिंह ने की और संचालन महामंत्री हरिराम रजवार ने किया।
बैठक में भवन सिंह ने कहा कि सप्लाई मजदूर संघर्ष समिति न तो निबंधित संस्था है और न ही मान्यता प्राप्त संगठन है। इनके नेता मजदूरों की समस्याओं को सुलझाने के बजाय मजदूरों को भड़काने में लगे हैं। यदि वे वास्तव में मजदूरों का भला चाहते, तो झारखंड में डीए लागू कराने, एएल छुट्टी और बोनस दिलाने जैसी मजदूरों की समस्याओं को दूर करने की पहल करते। उन्होंने कहा कि कुछ नौसिखिए नेता मजदूरों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं, जबकि जीत केवल एकता और हटिया मजदूर यूनियन के अनुभवी नेतृत्व के तहत संघर्ष से ही संभव है।
उन्होंने कहा कि सप्लाई मजदूरों की सात सूत्री मांगें, जिनका समझौता 2010 एवं 2011 में हुआ था, तत्काल प्रभाव से पुनः लागू की जाएं। ये लाभ वर्षों से मिलते रहे हैं, पर संघर्ष समिति के कुछ नेताओं ने प्रबंधन से मिलीभगत कर इन्हें बंद करा दिया है। यूनियन इन्हें पुनर्स्थापित करने के लिए कार्रवाई करेगी।
महामंत्री हरिराम रजवार और वरिष्ठ नेता हरेंद्र प्रसाद ने कहा कि सभी मांगों को लेकर त्योहरों के बाद एचईसी परिसर में आमसभा कर आंदोलन की घोषणा की जाएगी। बैठक में 18 बैच प्रमोशन, पीएफ, पे-स्लीप, डीए और बोनस की सुविधा दिलाने सहित अन्य मांगों को पूरा कराने की दिशा में कार्रवाई करने पर सहमति बनी।
बैठक में भवन सिंह के अलावे हरिराम रजवार, हरेंद्र प्रसाद सहित कई मजदूर मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar