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कुरुद ब्लाॅक के शासकीय नवीन प्राथमिक शाला भाठागांव का मामला
धमतरी, 26 जून (हि.स.)। एक ओर जहां बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए साल भर शिक्षा विभाग प्रयासरत रहता है, वहीं दूसरी ओर शासकीय नवीन प्राथमिक शाला भाठागांव में बुधवार को शाला प्रवेश उत्सव के दिन ताला लग गया। पालकों के विराेध और व्यवस्थापन के तहत लग रहे साहू भवन को अगले सत्र में नहीं देने के कारण इस तरह की स्थिति बनी। उच्च अधिकारियों के आश्वासन के बाद पालक माने तब जाकर शाला प्रवेशोत्सव मनाया गया।
ग्राम प्रमुख एवं पालकों द्वारा वर्ष 2021 से जर्जर शाला भवन के छत को तोड़कर नया बनाने की मांग करते थक गए थे। मांग पूरी नहीं हुई ऐसी स्थिति में मजबूरन व्यवस्थापन के तहत साहू समाज के भवन में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कक्षाएं लग रही थी।
स्कूल खुलने के पहले ही दिन ग्राम प्रमुख खेमराज चंद्राकर एवं पालकों द्वारा शाला में ताला लगा दिया। कुरुद विधानसभा से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर नेशनल हाईवे 30 के उत्तर दिशा में बसा ग्राम भाठागांव के इंदिरापारा बस्ती में स्थित नवीन प्राथमिक शाला में पहली से लेकर पांचवी तक 110 बच्चे पढ़ाई करते हैं। चार शिक्षक हैं। ग्राम प्रमुख एवं पालकों द्वारा उक्त भवन के जर्जर छत को तोड़ने के लिए वर्ष 2021 से लगातार मांग करते आ रहे हैं। उक्त शाला भवन का छत जर्जर अवस्था में है छत भरभरा कर गिरने लगा है। पढ़ाई कर रहे बच्चों के ऊपर किसी प्रकार की अनहोनी घटना न घटे यह सोचकर बच्चों के पढ़ाई के समय वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सरपंच खेमराज चंद्राकर के प्रयास से साहू भवन में पढ़ाई प्रारंभ किया गया था।
पूर्व सत्र में भी शाला के छत को तोड़कर नया बनाने की मांग की गई थी। मांग पूरी नहीं होने की दशा में वर्ष 26 जून को शाला प्रवेश उत्सव के पहले ही दिन शाला में ग्राम प्रमुख खेमराज चंद्राकर एवं पालकों द्वारा स्कूल में ताला जड़ दिया गया। ताकि बच्चों के ऊपर किसी प्रकार की अनहोनी घटना न घट जाए। घटना की जानकारी जैसे विकासखंड स्त्रोत समन्वयक एवं कुरुद बीईओ को लगी उन्होंने बिना देरी किए, इसकी जानकारी डीईओ दे दी। तत्काल शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं ग्राम प्रमुख पालकों की उपस्थिति में 10 दिवस के अंदर कार्य प्रारंभ करने का आश्वासन देने के बाद स्कूल का ताला खुलवाया गया, सभी की उपस्थिति में शाला प्रवेश उत्सव भी मनाया गया, एवं बच्चों को पुस्तक भी वितरण किया गया।
बच्चों के पालक टनेश्वरी साहू ने कहा कि हमारे छोटे-छोटे बच्चे जर्जर स्कूल भवन के छठ के नीचे बैठकर पढ़ते हैं, जिससे खतरा बना रहता है। छत गिरते रहता है ऐसी स्थिति में बच्चों को स्कूल भेजना ठीक नहीं है। भारती कंवर ने कहा कि भवन का निर्माण जल्द किया जाए। रानी यादव ने कहा स्कूल खुलने के पहले ही यह कार्य हो जाना था। गायत्री चौड़े का कहना है कि पालकों की मांग को ध्यान देना चाहिए। छत गिरने से बच्चाें की जान पर खतरा रहता है।
10 दिन के भीतर छत को नहीं गिराया गया तो करेंगे प्रदर्शन
ग्राम पंचायत भठागांव सरपंच खेमराज चंद्राकर ने कहा कि स्कूल के जर्जर छत को यदि 10 दिवस के अंदर नहीं तोड़ा गया तो सरपंच पालक आगे कार्यवाही करने के लिए स्वतंत्र होंगे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को लिखित आवेदन दिया गया है। कार्य नहीं होने पर प्रदर्शन करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा